LoC Villages Eviction Notice: 14 फरवरी को पुलवामा में आत्मघाती हमले के बाद से ही एलओसी तनावपूर्ण और अलर्ट की स्थिति में है. पाकिस्तान की ओर से दोबारा किसी हमले होने की स्थिती को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने एलओसी से सटे 27 से ज्यादा गांव खाली करने के आदेश दिए हैं. गांवों को खाली करने के लिए बेहद कम समय दिया गया है.
श्रीनगर. जम्मू और कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा, एलओसी से सटे 27 से अधिक गांवों में रहने वाले लोगों को बुधवार और गुरुवार को सीमा पार से गोलाबारी के बाद अचानक गांव खाली करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है. 14 फरवरी को पुलवामा में हुए हमले के बाद से एलओसी के आस-पास के इलाके तनावपूर्ण और अलर्ट की स्थिति में हैं. ग्रामीणों को केवल आवश्यक सामान ले जाने और उन अस्थायी आश्रयों जैसे स्कूलों और सरकारी भवनों में स्थानांतरित करने के लिए कहा गया है जो पाकिस्तानी सीमा से दूर हों.
पुलवामा हमले के बाद से ही इलाके में सेना ने सर्च ऑपरेशन चला रखा है. इस सर्च ऑपरेशन के चलते शुक्रवार को सेना और आंतकियों के बीच मुठभेड़ भी हुई जिसमें एक आतंकी मारा गया. इसी के बाद एलओसी से सटे गांव खाली करने के लिए नोटिस जारी किया गया है. एलओसी के किनारे रहने वाले लगभग 830 लोगों को स्थानांतरित करना होगा. यहां के ग्रामीणों ने पिछले कुछ वर्षों में कई बार अपने घर खाली किए हैं. ऐसा पिछले चार सालों में तीन बार हुआ है. लोगों का कहना है कि हो सकता है नरेंद्र मोदी सरकार पाक पर हमला करने की तैयारी कर रही है इसलिए गांवों को खाली करने के आदेश दिए हैं ताकि सेना के लिए जगह खाली रखी जा सके.
लोगों का कहना है कि अब उन्हें इसकी आदत हो गई है. हालांकि उनके लिए कई तरह की समस्याएं खड़ी हो जाती हैं. दरअसल खोरी और गागरोटे के कलाल और उससे सटे गांवों के लिए बनाए गए अस्थायी आश्रयों में कुल 3000 लोगों के रहने की सुविधा है. इनके लिए केवल 14 कमरे और छह शौचालय हैं. सरकार भी अपनी ओर से इन इलाकों में आश्रय बनाने की कोशिश में लगी है.
सरकार का कहना है कि एलओसी के पास अभी तक 1400 आश्रय बनाए जा चुके हैं. हालांकि खोरी और हाहरोटे में अभी इसपर काम जारी है. शुक्रवार सुबह राजौरी के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद अजाज असद ने क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने कहा कि ग्रामीण वहीं रहना चाहते हैं. उनके लिए सुरक्षा बल ने शिविर लगाए हैं और उन्हें निकासी योजना के बारे में बताया है.