LG VS AAP: नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में 1000 लो-फ्लोर बसों की खरीद में कथित भ्रष्टाचार की जांच के लिए आए प्रस्ताव को उपराज्यपाल की मंजूरी मिल गई है। एलजी वीके सक्सेना ने रविवार को प्रमुख सचिव की उस सिफारिश को मंजूरी दे दी, जिसमें उन्होनें बसों के खरीद में हुई कथित भ्रष्टाचार […]
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में 1000 लो-फ्लोर बसों की खरीद में कथित भ्रष्टाचार की जांच के लिए आए प्रस्ताव को उपराज्यपाल की मंजूरी मिल गई है। एलजी वीके सक्सेना ने रविवार को प्रमुख सचिव की उस सिफारिश को मंजूरी दे दी, जिसमें उन्होनें बसों के खरीद में हुई कथित भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई को देने की मांग की थी।
उपराज्यपाल के इस निर्णय पर आम आदमी पार्टी ने नाराजगी जताई है। आप ने कहा कि दिल्ली को पढ़े लिखे उपराज्यपाल की जरूरत है। वहीं बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आप सरकार में ऐसा कोई विभाग नहीं जहां भ्रष्टाचार नहीं हुआ हो।
दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने 1,000 लो-फ्लोर बसों की खरीद में कथित भ्रष्टाचार की जांच के लिए सीबीआई को शिकायत भेजने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। फैसले पर दिल्ली की आप सरकार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि टेंडर रद्द हो गए थे। जिसके कारण बस खरीदी ही नही गई। आप के अनुसार दिल्ली को ज्यादा पढ़े लिखे एलजी की जरूरत है।
आप के अनुसार एलजी ने अब तक मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बाद वह निराधार शिकायत के बाद अब वह चौथे मंत्री पर सीबीआई जांच की अनुशंसा कर रहे हैं। आप ने मांग करते हुए कहा कि उपराज्यपाल पहले अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब दें। कुछ दिन पहले आप ने उपराज्यपाल पर आरोप लगाया कि वी के सक्सेना खादी ग्राम उद्योग आयोग का अध्यक्ष रहते 1400 करोड़ रुपए का घोटाला किया है।
1000 लो फ्लोर बसों की खरीद प्रक्रिया की जांच को मंजूरी मिलने पर बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली भाजपा के नेता हरीश खुराना ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार का एक और नया घोटाला। आप की सरकार में पहले हवाला कांड, स्कूल कमरों का घोटाला, शराब घोटाला और अब डीटीसी बस घोटाला। अब ऐसा कोई विभाग नहीं बचा जहां भ्रष्टाचार नहीं हुआ हो।
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