गुरदासपुर: बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल ने साल 2019 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी. उस समय बड़ी संख्या में ऐसे लोग सामने आए थे जिन्हें सनी में रियल हीरो नजर आया. बता दें, सनी देओल ने 2019 के आम चुनाव में पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. पहले ही चुनाव में जनता ने उन्हें निराश नहीं किया और गुरदासपुर की जनता ने 84 हजार वोट से अधिक के अंतर से भारी विजय का आशीर्वाद देकर सनी देओल को लोकसभा में भेजा.
ऐसे में जनता को काफी उम्मीदें थीं की फ़िल्मी दुनिया में बड़े-बड़े गुंडों का बैंड बजाने वाले सनी देओल ऑफ़ स्क्रीन पर भी कुछ कमाल कर दिखाएंगे. वह विनोद खन्ना की तरह क्षेत्र के विकास के लिए कुछ अलग करेंगे. चुनाव प्रचार के दौरान सनी देओल ने इसी तरह के वादों से जनता की उम्मीदें भी भरी थीं लेकिन चुनाव जीतने के बाद वह पलटकर एक बार फिर गुरदासपुर नहीं गए. ऐसे में लोगों के बीच आक्रोश बढ़ना भी तय था. लगातार अपने क्षेत्र से गायब रहने के कारण सनी देओल इस समय विरोध का सामना कर रहे हैं. दरअसल लोकसभा से भी नदारद रहने को अब सनी देओल के विरोधी मुद्दा बनाने लगे हैं.
चुनाव प्रचार के दौरान क्षेत्र की जनता के बड़े-बड़े वादों को पूरा करना तो दूर वे जीत के बाद पलटकर आए भी नहीं. गुरदासपुर के मोहल्ला संत नगर निवासी अमरजोत सिंह ने इसी को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है. इस पत्र में सनी देओल की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है. अपने पत्र में अमरजोत सिंह ने लिखा है कि सनी देओल करीब चार साल से अपने लोकसभा क्षेत्र में नहीं आए हैं. गुरदासपुर की जनता ने उन्हें काफी उम्मीदों के बाद चुना था.
अमरजोत ने पत्र में आगे लिखका है, ‘सनी देओल अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का समाधान करने में विफल रहे हैं. ऐसे गैरजिम्मेदार लोकसभा सदस्य को न तो पद पर बने रहने का अधिकार है और न ही सरकारी वेतन और अन्य भत्तों के साथ-साथ सरकारी सुविधाएं प्राप्त करने का ही. इसके साथ उन्होंने सनी देओल की लोकसभा सदस्यता रद्द करने और वेतन-भत्ते बंद करने की मांग की है. इतना ही नहीं सनी देओल की सरकारी सुविधाएं वापस लिए जाने की भी मांग की गई है. बता दें, ये पहली बार नहीं है जब सनी देओल की अनुपस्थिति पर उनके क्षेत्र के लोगों ने आपत्ति जताई है. इससे पहले भी गुरदासपुर में सनी देओल की गुमशुदगी के पोस्टर लग चुके हैं.
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