नई दिल्ली: मध्य पूर्व के देश लेबनान में हुए पेजर धमाकों ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है. तकनीक के जरिए भी ऐसा हमला हो सकता है, ये देखकर सभी देश चिंतित हैं. हमारा भारत देश भी दुश्मनों से घिरा हुआ है. हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान तो आतंकवाद की फैक्ट्री चलाता है. ऐसे […]
नई दिल्ली: मध्य पूर्व के देश लेबनान में हुए पेजर धमाकों ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है. तकनीक के जरिए भी ऐसा हमला हो सकता है, ये देखकर सभी देश चिंतित हैं. हमारा भारत देश भी दुश्मनों से घिरा हुआ है. हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान तो आतंकवाद की फैक्ट्री चलाता है. ऐसे में अब आम भारतीयों की चिंता है कि क्या हमारे दुश्मन भी हमपर ऐसा कोई हमला कर सकते हैं? आइए जानते हैं कि इसकी कितनी संभावना है….
सबसे पहले हम जानते हैं कि लेबनान में जो पेजर धमाके हुए हैं, वे कैसे हुए. बता दें कि लेबनान में जिन 5000 पेजर्स में मंगलवार को धमाके हुए, उनमें विस्फोटक लगे हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन पेजर्स के लेबनान पहुंचने से पहले ही इनमें इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने विस्फोटक लगा दिए थे. इन पेजर्स को इस साल की शुरूआत में ही लेबनान भेजा गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेजर्स के अंदर जो विस्फोटक पदार्थ था, उसका पता लगाना बहुत ही मुश्किल है. वो किसी भी डिवाइस या स्कैनर से भी नहीं ढूंढा जा सकता है. बता दें मंगलवार को इन पेजर्स पर इजरायल से एक मैसेज आया था, जिसके बाद विस्फोटक एक्टिवेट हो गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक नए पेजर्स में 3 ग्राम तक विस्फोटक पदार्थ छिपाए गए थे.
अब आते हैं भारत पर. क्या हमारे देश पर भी ऐसे तकनीक के जरिए हमले हो सकते हैं? इस सवाल का जवाब है नहीं. भारत में ऐसा कर पाने की बेहद कम संभावना है. उसकी वजह है कि अब हमारे यहां पेजर का इस्तेमाल ना के बराबर लोग करते हैं. सबके हाथों में स्मार्ट फोन है. ये स्मार्टफोन भारत में ही मैन्युफैक्चर होते हैं. ऐसे में इनमें किसी प्रकार के विस्फोट पदार्थ लगे हों, ये संभव नहीं है.