नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले एक्स के सीईओ एलन मस्क ने EVM के इस्तेमाल को लेकर सवाल खड़े किए हैं और कहा कि इसका प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए. वहीं EVM को लेकर एलन मस्क के बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भारत में […]
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले एक्स के सीईओ एलन मस्क ने EVM के इस्तेमाल को लेकर सवाल खड़े किए हैं और कहा कि इसका प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए. वहीं EVM को लेकर एलन मस्क के बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भारत में EVM का प्रयोग एकदम सुरक्षित है. दरअसल एक्स के सीईओ एलन मस्क ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए. इसे इंसानों या AI द्वारा हैक किए जाने का खतरा है, हालांकि ये खतरा छोटा है, फिर भी बहुत अधिक है.
एलन मस्क की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के एक पोस्ट पर आई थी, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को लेकर पोस्ट किया था.
This is a huge sweeping generalization statement that implies no one can build secure digital hardware. Wrong. @elonmusk 's view may apply to US n other places – where they use regular compute platforms to build Internet connected Voting machines.
But Indian EVMs are custom… https://t.co/GiaCqU1n7O
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@RajeevRC_X) June 16, 2024
वहीं एलन के पोस्ट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि यह एक बहुत बड़ी टिप्पणी है. जिसका अर्थ है कि कोई भी सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता, ये गलत है. एलन का दृष्टिकोण अमेरिका और अन्य स्थानों पर लागू हो सकता है – जहां वे इंटरनेट से जुड़ी वोटिंग मशीन बनाने के लिए नियमित कंप्यूट प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करते हैं, लेकिन भारतीय ईवीएम विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं, सुरक्षित हैं और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग हैं- कोई कनेक्टिविटी नहीं, कोई ब्लूटूथ, वाईफाई, इंटरनेट नहीं. यानी कोई रास्ता नहीं है. फैक्ट्री प्रोग्राम्ड कंट्रोलर ऐसा है जिन्हें दोबारा प्रोग्राम नहीं किया जा सकता. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को ठीक उसी तरह डिजाइन और निर्मित किया जा सकता है जैसा कि भारत ने किया है. हमें इसका ट्यूटोरियल देने पर खुशी होगी.
इस पर राहुल गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स” हैं और उनकी जांच करने की अनुमति किसी को भी नहीं है. पारदर्शिता को लेकर हमारी चुनावी प्रक्रिया में गंभीर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं, जब संस्थानों में जवाबदेही की कमी हो जाती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है.
EVMs in India are a "black box," and nobody is allowed to scrutinize them.
Serious concerns are being raised about transparency in our electoral process.
Democracy ends up becoming a sham and prone to fraud when institutions lack accountability. https://t.co/nysn5S8DCF pic.twitter.com/7sdTWJXOAb
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 16, 2024
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