नई दिल्ली: शनिवार रात को एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई के बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। शूटरों ने उन पर तीन राउंड फायरिंग की, जिसके बाद लीलावती अस्पताल में उनकी मौत हो गई। मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों ने खुदको लॉरेंस बिश्नोई गैंग का बताया है। इस […]
नई दिल्ली: शनिवार रात को एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई के बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। शूटरों ने उन पर तीन राउंड फायरिंग की, जिसके बाद लीलावती अस्पताल में उनकी मौत हो गई। मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों ने खुदको लॉरेंस बिश्नोई गैंग का बताया है। इस बीच एक बड़ा खुलासा भी हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, लॉरेंस ने 9 दिन का मौन व्रत रखा है। इस दौरान विश्नोई किसी से कोई बात चीत नही करेगा और ना ही कुछ खाएगा। ऐसा माना जाता है कि जब- जब लॉरेंस व्रत रखता है तो कोई बड़ी वारदात को अंजाम देता है।
हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई का एक वीडियो कॉल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें बिश्नोई एक पाकिस्तानी गैंगस्टर से बात कर रहा था और उसे ईद की बधाई दे रहा था। दावा यह भी किया गया था कि बिश्नोई ने यह कॉल साबरमती जेल से की थी, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद साबरमती जेल प्रशासन ने इसे पुराना वीडियो बताकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। सूत्रों के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई को साबरमती जेल में अलग सेल में रखा गया है।
गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई को विशेष बैरक में रखा गया है। उसे इस बैरक की अंडा सेल में रखा गया है। जहां उसके साथ कोई दूसरा कैदी नहीं है। आमतौर पर आतंकवाद और गंभीर अपराधों से जुड़े खूंखार कैदियों को ही ऐसी सेल में रखा जाता है। 2008 से बम धमाकों से जुड़े आतंकियों को भी इसी तरह अंडा सेल में रखा गया है। यह जेल का सबसे सुरक्षित हिस्सा है, जहां बैरक और सेल के बाहर भी सुरक्षाकर्मी मौजूद रहते हैं।