पटना में दरोगा भर्ती का पेपर लीक होने का आरोप लगाकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठियां भांजीं. प्रदर्शनकारी छात्रों का दावा है कि वायरल प्रश्नपत्र के वास्तविक प्रश्नपत्र से मिलान होने के बाद वे एग्जाम को कैंसिल करने की मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि दरोगा भर्ती की लिखित परीक्षा को कैंसिल कर जल्द ही नई तारीख की घोषणा की जाए.
पटना: बिहार की राजधानी पटना में पुलिस द्वारा दारोगा और एसएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज का मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों पर जमकर लाठियां भांजीं. ये अभ्यर्थी दारोगा भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. लाठी चार्ज में कई प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों के घायल होने की जानकारी मिली है.
11 मार्च को राज्यभर में 708 केन्द्रों पर दारोगा भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी. प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि परीक्षा का पर्चा लीक हुआ था. परीक्षा के दौरान भी उत्तर वायरल होने की अफवाह फैली थी. हालांकि अधिकारियों ने मोबाइल पर उत्तर वायरल होने की घटना को महज़ अफवाह बताया है. सैकड़ों की तादाद में इस भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी कारगिल चौक की तरफ जा रहे थे.
जैसे ही प्रदर्शनकारी कारगिल चौक से आगे बढ़े, पुलिस ने उनपर जमकर लाठियां भांजनी शुरू कर दीं. इस लाठी चार्ज में कई अभ्यर्थी घायल हो गए. पुलिस लाठीचार्ज से मची भगदड़ में वहां खड़े कई वाहनों के शीशे टूट गए. प्रदर्शनकारी छात्रों का दावा है कि वायरल प्रश्नपत्र के वास्तविक प्रश्नपत्र से मिलान होने के बाद वे एग्जाम को कैंसिल करने की मांग कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि दरोगा भर्ती की लिखित परीक्षा को कैंसिल कर जल्द ही नई तारीख की घोषणा की जाए. इसके साथ ही पहले से तय समय सीमा के अंदर भर्ती परीक्षा की सारी प्रक्रिया पूरी की जाए. छात्रों का कहना है कि परीक्षा के दो घंटे पहले ही एग्जाम पेपर वायरल हो गया था और कुछ छात्रों को सही उत्तर भेजा गया था.