Lalu on PFI Ban: पटना। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए पांच साल के प्रतिबंध पर अब राजनीति तेज हो गई है। जहां बीजेपी खेमे के अंदर इसे लेकर खुशी का माहौल है, वहीं विपक्षी पार्टियों ने सरकार के इस फैसल पर सवाल उठाने शुरू कर दिए है। राष्ट्रीय जनता दल […]
पटना। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए पांच साल के प्रतिबंध पर अब राजनीति तेज हो गई है। जहां बीजेपी खेमे के अंदर इसे लेकर खुशी का माहौल है, वहीं विपक्षी पार्टियों ने सरकार के इस फैसल पर सवाल उठाने शुरू कर दिए है। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ पर भी बैन लगाना चाहिए।
पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि अभी पीएफआई पर जांच हो रही है। इस तरह के जितने भी संगठन देश में हैं, उन सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। जिसमें आरएसएस भी शामिल है। सभी पर बैन लगाया जाए। सबसे पहले राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ पर प्रतिबंध लगाइए, ये उससे भी ज्यादा बदतर संगठन है।
पॉपुल फ्रंट ऑफ इंडिया को आज केंद्र सरकार ने बैन कर दिया। आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के सबूत मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पांच साल के लिए पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया। बता दें कि इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसियों ने देशभर में पीएफआई के खिलाफ छापेमारी की थी। जिसमें 100 से अधिक लोगों की गिरफ्तार किया गया।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पीएफआई के खिलाफ पहली देशव्यापी छापेमारी 22 सितंबर को की थी, इसके बाद दूसरी रेड 27 सिंतबर को हुई थी। जहां पहले राउंड में 106 पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया, वहीं दूसरे राउंड में 247 लोगों को गिरफ्तार/हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि छापेमारी में पीएफाई के टेरर लिंक सबूत मिले थे, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने ये बड़ी कार्रवाई की है।
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