नई दिल्ली। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को देसी जेम्स बॉन्ड के नाम से भी जाना जाता है। अजीत डोभाल पीएम मोदी के टास्कमास्टर हैं। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के पूर्व सेक्रेटरी अमरजीत सिंह दुलत ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान अजीत डोभाल के बारे मे कई अनकही हकीकतें बताईं, उन्होने बताया कि, […]
नई दिल्ली। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को देसी जेम्स बॉन्ड के नाम से भी जाना जाता है। अजीत डोभाल पीएम मोदी के टास्कमास्टर हैं। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के पूर्व सेक्रेटरी अमरजीत सिंह दुलत ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान अजीत डोभाल के बारे मे कई अनकही हकीकतें बताईं, उन्होने बताया कि, लाल कृष्ण आडवाणी अजीत डोभाल की पसंद थे।
दुलत ने कहा कि अजीत डोभाल आरम्भ से ही महत्वकांक्षी थे, वह बेहद दृढ़ निश्चय वाले भी थे आरम्भ से ही अपने बॉस एम के नारायण के बेहद खास थे। डोभाल सदैव ही ताकतवर और पद वाले लोगों के साथ खड़ा होना पसंद करते थे। दुलत ने अपनी किताब में डोभाल के बारे मे जिक्र किया है कि, उनमें ताकत को सूंघ लेने की गज़ब की क्षमता थी। उन्होने कहा कि उनसे मुलाकात के बाद ही लग गया था कि, वह काफी ऊपर जाएंगे।
दुलत ने बताया कि, मुझे पहले ही लग गया था कि यह व्यक्ति राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बन सकता है। डोभाल 2014 का इंतजार कर रहे थे। उन्हे लगता था कि, शायद भाजपा की तरफ से आडवाणी ही पीएम बनेंगे। उन्होने बताया कि, लाल कृष्ण आडवाणी डोभाल को बेहद पसंद करते थे, साथ ही डोभाल की पसंद भी आडवाणी ही थे। डोभाल अक्सर दुलत को आडवाणी से मिलने की सलाह देते थे।
दुलत ने कहा कि, जब मैं पीएमओ संभाल रहा था डोभाल मुझसे कहते थे की आप आडवाणी से क्यों नहीं मिलते हैं। वह कश्मीर की समस्याओं का हल निकालने में मदद कर सकते हैं। लेकिन दुलत का कहना है कि, दुर्भाग्य से मैं वाजपेई के पक्ष वाला व्यक्ति था।