लेह/नई दिल्ली: मशहूर शिक्षा सुधारक और जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने अपनी 21 दिनों की भूख हड़ताल खत्म कर दी है. सोनम पिछले 21 दिनों से लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और नाजुक हिमालयी पारिस्थितिकी की सुरक्षा की मांग को लेकर अनशन कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने 21 दिनों तक सिर्फ पानी पिया. […]
लेह/नई दिल्ली: मशहूर शिक्षा सुधारक और जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने अपनी 21 दिनों की भूख हड़ताल खत्म कर दी है. सोनम पिछले 21 दिनों से लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और नाजुक हिमालयी पारिस्थितिकी की सुरक्षा की मांग को लेकर अनशन कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने 21 दिनों तक सिर्फ पानी पिया. अनशन खत्म करने के बाद वांगचुक ने कहा कि लद्दाख को लेकर उनकी लड़ाई जारी रहेगी.
वांगचुक ने अपनी 21 दिनों की भूख हड़ताल खत्म करते हुए कहा कि मैं लद्दाख के लिए संवैधानिक सुरक्षा उपायों और लोगों के राजनीतिक अधिकारों की लड़ाई जारी रखूंगा. बता दें कि अनशन खत्म होने के बाद लद्दाख के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों लोगों के बीच में सोनम ने ये बातें कही हैं.
इससे पहले सोनम वांगचुक ने मंगलवार को लद्दाख के लोगों की मांगों को लेकर केंद्र सरकार से आग्रह किया था. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया था. इस वीडियो में वांगचुक ने जमे हुए पानी के गिलास की ओर इशारा करते हुए कहा था कि तापमान -10 डिग्री सेल्सियस तक गिरने के बाद भी 350 से ज्यादा लोग उनके साथ उपवास में मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि हम लद्दाख में हिमालय के पहाड़ों के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र, साथ ही यहां पनपने वाली अद्वितीय स्वदेशी जनजातीय संस्कृतियों की रक्षा करने के लिए अपने पीएम से अपील कर रहे हैं.