नई दिल्लीः भारतीय कामगारों और श्रमिकों के लिए एक अहम देश कुवैत ने विदेशी कामगारों के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री और आंतरिक मामलों मंत्री शेख तलाल अल खालिद सबा ने प्राइवेट क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों के लिए पार्ट टाईम जॉब के लिए आज्ञा दे दी है। बता दें कि […]
नई दिल्लीः भारतीय कामगारों और श्रमिकों के लिए एक अहम देश कुवैत ने विदेशी कामगारों के लिए एक बड़ा बदलाव किया है। कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री और आंतरिक मामलों मंत्री शेख तलाल अल खालिद सबा ने प्राइवेट क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों के लिए पार्ट टाईम जॉब के लिए आज्ञा दे दी है। बता दें कि कुवैत में बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। वहीं कुवैत की कुल आबादी लगभग 46 लाख है। जिसमें लगभघ 35 लाख विदेशी ही हैं। इसके अलावा कुवैत में भारतीयों की संख्या लगभग 10 लाख है।
बता दें कि कुवैत के निजी क्षेत्र के प्रवासी कर्मचारियों को इस शर्त पर पार्ट टाइम जॉब करने की अनुमति दे दी हैं की उन्हें पहले जिस कंपनी में काम कर रहे हैं, उस कंपनी से पार्ट टाइम जॉब करने की अनुमति लेनी होगी। कुवैत ने यह कदम मंत्रीपरिषद के तहत जनसंख्यिाकीय असंतुलन समस्या को हल करने के लिए उठाया है। रिपोर्ट में आगे दर्शाया गया है कि निजी क्षेत्र के कर्मचारी अब रोजाना चार घंटे किसी अन्य कंपनी के साथ पार्ट टाइम जॉब भी कर सकते हैं। जिसके लिए उन्हें पब्लिक ऑथेरिटी फॉर मैनपावर से अनुमति लेनी होगी।
कुवैत के उप प्रधानमंत्री अल-खालिद अल-अहमद अल-जबर अल-सबा ने पब्लिक ऑथेरिटी फॉर मैनपावर को यह भी आदेश दिया है कि अगर कर्मचारी ऑफिस आए बिना काम को पूरा कर रहे हैं तो कंपनियां अपने कुछ कर्मचारियों को घर से काम करने की भी अनुमति दें सकती है। इन निर्णयों और निर्देशों का उद्देश्य कंपनियों को सपोर्ट करना और प्राइवेट सेक्टर में टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देना है। जिससे काम का माहौल बेहतर बनाया जा सके।
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