भोपाल। पिछले महीने 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर अफ्रीका के नामीबिया से 8 चीतों को भारत लाया गया था। जिन्हें मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में रखा गया। करीब 70 सालों बाद भारत की धरती पर दोबारा आए इन चीतों की देखभाल में भारत सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। इसीलिए सरकार ने इन चीतों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 9 सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया है।
साल 1950 के बाद पहली बार भारत आए चीतों पर केंद्र सरकार लगातार नजर रख रही है। भारत सरकार चीतों को उनके वातावरण के अनुसार परिस्थितियां देने का पूरा प्रयास कर रही है। सरकार ने चीतों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से 9 सद्स्यीय टास्क फोर्स का गठन किया है। जो चीतों का पालन और निगरानी करेगी।
बता दें कि टास्क फोर्स का काम चीतों का रखरखाव करना होगा। इसके साथ ही भारत में चीतों की संख्या के विस्तार पर भी यह फोर्स काम करेगी। सरकार ने कुल पांच साल की योजना पर काम करने के लिए इस फोर्स का गठन किया है।
1-प्रमुख सचिव (वन), मध्य प्रदेश- सदस्य
2-प्रमुख सचिव (पर्यटन), मध्य प्रदेश- सदस्य
3-प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख, मध्य प्रदेश- सदस्य
4-प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) और मुख्य वन्यजीव वार्डन, मध्य प्रदेश- नई दिल्ली
5-श्री आलोक कुमार, रिटायर्ड प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) एवं प्रमुख वन्यजीव वार्डन, मध्य प्रदेश- सदस्य
6-डॉ अमित मलिक, महानिरीक्षक, एनटीसीए, नई दिल्ली- सदस्य
7-डॉ विष्णु प्रिया, वैज्ञानिक, भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून- सदस्य
8-श्री अभिलाष खांडेकर, सदस्य एमपी एनबीडब्ल्यूएल, भोपाल
9-श्री सुभारंजन सेन, एपीसीसीएफ- वन्यजीव – सदस्य संयोजक
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार 5 वर्षीय योजना के जरिए चीतों को भारत में बसाने की कोशिश कर रही है। इसके दो चरण होंगे। पहले चरण के तहत 8 चीतों को भारत लाया जा चुका है। अब दूसरे चरण में 12 और चीते अफ्रीका से लाए जाएंगे। उन्हें कूनो नेशनल पार्क या किसी अन्य वन्य क्षेत्र वाले पार्क में छोड़ा जाएगा।
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