नई दिल्ली : अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का रामचरितमानस पर विवादित बयान बवालों से घिर गया है. इस बयान को लेकर संतों से लेकर राजनेता सभी मंत्री पर घेरते नज़र आ रहे हैं. दूसरी ओर राज्य के शिक्षा मंत्री ने अपने बयान पर माफ़ी मांगना तो दूर इसे वापस लेने से भी इनकार […]
नई दिल्ली : अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का रामचरितमानस पर विवादित बयान बवालों से घिर गया है. इस बयान को लेकर संतों से लेकर राजनेता सभी मंत्री पर घेरते नज़र आ रहे हैं. दूसरी ओर राज्य के शिक्षा मंत्री ने अपने बयान पर माफ़ी मांगना तो दूर इसे वापस लेने से भी इनकार कर दिया है. इसी कड़ी में अब जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने भी ट्वीट कर उनपर निशाना साधा है.
आदरणीय @NitishKumar जी।भगवान शंकर के नाम को निरर्थक कर रहे आपके अशिक्षित शिक्षामंत्री जी को शिक्षा की अत्यंत-अविलंब आवश्यकता है।आपका मेरे मन में अतीव आदर है।इसलिए इस दुष्कर कार्य के लिए स्वयं को प्रस्तुत कर रहा हूँ।इन्हें “अपने अपने राम” सत्र में भेजें ताकि इनका मनस्ताप शांत हो🙏 https://t.co/rxtB99gbav
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 11, 2023
अपने इस ट्वीट में कुमार विश्वास ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा है. वह अपने इस ट्वीट में सीएम नीतीश को टैग करते हुए लिखते हैं, “आदरणीय @NitishKumar जी। भगवान शंकर के नाम को निरर्थक कर रहे आपके अशिक्षित शिक्षामंत्री जी को शिक्षा की अत्यंत-अविलंब आवश्यकता है. आपके लिए मेरे मन में अति आदर है. इसलिए इस दुष्कर कार्य के लिए स्वयं को प्रस्तुत कर रहा हूं. इन्हें ‘अपने-अपने राम’ सत्र में भेजें ताकि इनका मनस्ताप शांत हो.”
गहरे विवाद के बाद भी उनका माफ़ी ना मांगना कई पार्टियों को उन्हें घेरने के लिए दावत दे सकता है. पहले ही देश के संत उनपर 10 करोड़ का इनाम रख चुके हैं. दरअसल तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा है कि जो कोई भी शिक्षा मंत्री की जीभ उन्हें लाकर देगा वह उसे 10 करोड़ रुपए देंगे. इसके अलावा राजनीतिक पार्टियों ने उन्हें घेरना भी शुरू कर दिया है. हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने उनके इस बयान को लेकर ट्वीट किया था. अब देखना ये है कि बवाल बढ़ने के साथ भी क्या राज्य शिक्षा मंत्री अपने इस बवाली बयान पर अड़े रहेंगे?
गौरतलब है कि बुधवार को शिक्षा मंत्री विश्वविद्यालय में पहुंचे थे. जहां उन्होंने छात्रों को अपना संबोधन दिया था. इसी दौरान उन्होंने ये विवादित बयान दिया था. दरअसल शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सभागार में मौजूद हजारों की तादाद में छात्र छात्राओं को संबोधित कर रहे थे. इसी बीच उन्होने कहा कि भारत सशक्त और समृद्ध मोहब्बत से बनेगा, नफरत से नहीं। देश में 6 हजार से अधिक जातियां मौजूद हैं साथ ही जितनी जातियां हैं, उतनी ही नफरत की दीवार भी है. जब तक ये नफरत समाज में रहेगी तब तक भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता है.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने आगे कहा कि संघ नागपुर से जुड़े लोग समाज में नफरत फैलाते हैं, हम लोग समाज में मोहब्बत फैलाने के लिए निकले हुए हैं. इसके बाद शिक्षा मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान रामचरितमानस के कई दोहों को पढ़ते हुए कहा कि यह (रामचरितमानस) समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है.
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