नई दिल्ली। कोलकाता कांड में भारी सियासत होने के बाद आज यह मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं। सर्वोच्च न्यायालय में रेप और हत्याकांड से जुड़ी याचिका की सुनवाई हो रही है। इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि कोलकाता बलात्कार मामले को […]
नई दिल्ली। कोलकाता कांड में भारी सियासत होने के बाद आज यह मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं। सर्वोच्च न्यायालय में रेप और हत्याकांड से जुड़ी याचिका की सुनवाई हो रही है। इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि कोलकाता बलात्कार मामले को लेकर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण 23 लोगों की जान चली गई।
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने देश की सर्वोच्च अदालत को बताया कि बंगाल सरकार ने मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर बताया है कि जिस समय डॉक्टर काम नहीं कर रहे थे उस समय 23 मरीजों की जान चली गई थी।
सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि जांच एजेंसी ने फोरेंसिक सैंपल एम्स भेजने का फैसला किया है। इसके बाद कोर्ट ने सीबीआई को 17 सितंबर तक जांच पर नई स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया और पश्चिम बंगाल सरकार के गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी को निर्देश दिया कि वे अर्धसैनिक बल की तीनों कंपनियों को आवास मुहैया कराएं। सीआईएसएफ के लिए जरूरी सभी सुरक्षा संसाधन आज ही उसे दिए जाएं।
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