कोलकाता/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो का उद्घाटन किया. बता दें कि यह मेट्रो जमीन से 33 मीटर नीचे और हुगली नदी के तल से करीब 13 मीटर नीचे बने ट्रैक पर रफ्तार भरेगी. मालूम हो कि देश की पहली मेट्रो ट्रेन साल 1984 में कोलकाता उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (ब्लू लाइन) के बीच दौड़ी थी. जिसके बाद अब 40 साल के बाद एक बार फिर से यहीं से देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो रेल दौड़ी है.
1. हुगली नदी के अंदर की 520 मीटर दूरी को मेट्रो ट्रेन सिर्फ 45 सेकंड में पूरी कर लेगी।
2. इस मेट्रो में ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन सिस्टम है यानी मोटरमैन के बटन दबाते ही ट्रेन अपने आप अगले स्टेशन के लिए मूव करना शुरू कर देगी।
3. अधिकतम रफ्तार 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की होगी।
4. यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन को कोच (रेक) में अच्छा ग्रैब हैंडल और हैंडल लूप के साथ-साथ एंटी-स्किड फर्श और अग्निशामक मशीन भी इसमें रहेंगी।
5. इमरजेंसी स्थिति में यात्री टाक टू ड्राइवर यूनिट के माध्यम से मोटरमैन के साथ वार्ता भी कर सकेंगे।
6. प्रत्येक कोच की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी मौजूद रहेंगे। प्रत्येक कोच में हाई क्लास सुविधाएं मिलेगी।
7. हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक जाने में मात्र 6 मिनट का वक्त लगेगा।
8. कुल 16 किलोमीटर के मार्ग में 10.8 किमी जमीन के अंदर से है। इसमें नदी का नीचे का हिस्सा शामिल है।
9. पानी के अंदर से गुजरने वाली मेट्रो गंगा की सहायक नदी हुगली के नीचे तलहटी से 13 मीटर नीचे से गुजरेगी। दोनों टनल समानांतर बनाए हैं।
10. इस मेट्रो में साल 2035 तक 10 लाख यात्री सफर कर सकेंगे।
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