जानिए कौन थे कन्हैयालाल सेठिया, आज ही के दिन हुआ था जन्म

नई दिल्ली: कन्हैयालाल सेठिया आधुनिक काल के प्रसिद्ध हिन्दी एवं राजस्थानी लेखक थे। इनकी सर्वाधिक प्रसिद्ध काव्य रचना ‘पाथल और पीथल’ है। राजस्थान में सामंतवाद के खिलाफ इन्होंने जबरदस्त मुहिम चलाई थी. इन्होंने पिछड़े वर्ग को आगे लाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक, दार्शनिक तथा राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कवि एवं लेखक […]

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जानिए कौन थे कन्हैयालाल सेठिया, आज ही के दिन हुआ था जन्म

Deonandan Mandal

  • September 11, 2022 2:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: कन्हैयालाल सेठिया आधुनिक काल के प्रसिद्ध हिन्दी एवं राजस्थानी लेखक थे। इनकी सर्वाधिक प्रसिद्ध काव्य रचना ‘पाथल और पीथल’ है। राजस्थान में सामंतवाद के खिलाफ इन्होंने जबरदस्त मुहिम चलाई थी. इन्होंने पिछड़े वर्ग को आगे लाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक, दार्शनिक तथा राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कवि एवं लेखक के रूप में कन्हैयालाल सेठिया को कई पुरस्कार एवं अलंकरण प्राप्त हुए थे। भारत सरकार द्वारा इन्हें पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया है।

कोलकाता में हुई प्रारंभिक पढ़ाई

कन्हैयालाल सेठिया का जन्म 11 सितम्बर 1919 में राजस्थान के चुरू जिले में सुजानगढ़ नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता का नाम छगनमलजी सेठिया और माता मनोहरी देवी थी। कन्हैयालाल जी की प्रारंभिक पढ़ाई वर्तमान कोलकाता में हुई। स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़ने की वजह से कुछ समय के लिए इनकी शिक्षा बाधित भी हुई, लेकिन बाद में इन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से बी.ए. स्नातक की उपाधि प्राप्त हुई। इनके प्रिय विषय राजनीति, दर्शन और साहित्य थे।

धापू देवी से हुआ था विवाह

साल 1937 में कन्हैयालाल सेठिया का विवाह धापू देवी के साथ हुआ। इनके दो पुत्र और एक पुत्री हुए, जिनका नाम जयप्रकाश, विनयप्रकाश और एक पुत्री सम्पत देवी दूगड़ है।

कन्हैयालाल की अब तक हिन्दी में 18, उर्दू में 2 एवं राजस्थानी में 14 पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है। इनका ‘नीमड़ो’ राजस्थानी की लघु पुस्तिका है। इनके अलावा कन्हैयालाल सेठिया की अनेक रचनाएं अप्रकाशित है। कई पत्र-पत्रिकाओं बिखरी पड़ी हैं। उनकी कई रचनाएं विभिन्न भाषाओं में बन चुकी हैं।

सम्मान एवं पुरस्कार

स्वतन्त्रता संग्रामी, समाज सुधारक, दार्शनिक तथा राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कवि एवं लेखक के नाते कन्हैयालाल सेठिया को कई सम्मान, पुरस्कार एवं अलंकरण प्राप्त हुए थे।

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