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जानिए किस बैंक के साथ हुई सबसे ज्यादा धोखाधड़ी और कितने करोड़ो की लगा चूना, देखें लिस्ट

नई दिल्ली। सरकारी बैंकों के ग्राहकों से ठगी की घटनाओं में ज्यादा कमी नहीं आई है लेकिन पिछले वित्त वर्ष में धोखाधड़ी की रकम में 51 फीसदी से ज्यादा की कमी आई है। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने मार्च 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष के दौरान धोखाधड़ी की राशि में […]

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SBI
  • May 16, 2022 1:07 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

नई दिल्ली। सरकारी बैंकों के ग्राहकों से ठगी की घटनाओं में ज्यादा कमी नहीं आई है लेकिन पिछले वित्त वर्ष में धोखाधड़ी की रकम में 51 फीसदी से ज्यादा की कमी आई है। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने मार्च 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष के दौरान धोखाधड़ी की राशि में 51 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की। इस अवधि के दौरान धोखाधड़ी की राशि 40,295.25 करोड़ रुपये थी। रिजर्व बैंक ने सूचना के अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत एक आवेदन के जवाब में कहा कि 12 PSB (सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों) ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 81,921.54 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की सूचना दी थी।

किस बैंक में कितनी हुई धोखाधड़ी

हालांकि, धोखाधड़ी के मामलों की संख्या इतनी तेजी से कम नहीं हुई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में PSB द्वारा कुल 7,940 धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। वहीं, वित्त वर्ष 2021 में कुल 9,933 घटनाएं दर्ज की गईं। वित्त वर्ष 2022 के दौरान सभी श्रेणियों में पीएसबी द्वारा रिपोर्ट की गई धोखाधड़ी पर आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक 9,528.95 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की राशि पंजाब नेशनल बैंक द्वारा दर्ज की गई थी। बैंक ने धोखाधड़ी के कुल 431 मामले दर्ज किए हैं।

साथ ही देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने 4,192 मामलों में 6,932.37 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की सूचना दी है, जो बड़ी संख्या में छोटे मूल्य की धोखाधड़ी की घटनाओं को दर्शाता है। इनके अलावा, बैंक ऑफ इंडिया ने 5,923.99 करोड़ रुपये (209 घटनाएं), बैंक ऑफ बड़ौदा ने 3,989.36 करोड़ रुपये (280 घटनाएं), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 3,939 करोड़ रुपये (627 घटनाएं) की धोखाधड़ी की सूचना दी, जबकि केनरा बैंक ने सिर्फ 90 मामलों में 3,230.18 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की सूचना दी।

दूसरे बैंकों की बात करें तो इंडियन बैंक ने 211 मामलों में 2,038.28 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, इंडियन ओवरसीज बैंक ने 1,733.80 करोड़ रुपये (312 मामले), बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 1,139.36 करोड़ रुपये (72 मामले), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 773.37 करोड़ रुपये, यूको बैंक 611.54 करोड़ रुपये और पंजाब एंड सिंध बैंक 159 घटनाओं में 455.04 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की सूचना दी है। आरबीआई ने कहा है कि डेटा बैंकों की पहली रिपोर्टिंग (व्यक्तिगत धोखाधड़ी के संबंध में) के बाद किए गए सुधार/अद्यतन के अधीन है।

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