पटना: बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की तादाद अब 50 पहुंच गई है. मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है. घटना मंगलवार की है जब कुछ लोगों ने देर रात शराब पी और घर लौटने के बाद बीमार पड़ गए। पुलिस का कहना है कि मामले की […]
पटना: बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की तादाद अब 50 पहुंच गई है. मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है. घटना मंगलवार की है जब कुछ लोगों ने देर रात शराब पी और घर लौटने के बाद बीमार पड़ गए। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है। नीतीश कुमार की सरकार ने अप्रैल 2016 में बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूरे तरीके से पाबंदी लगा दी थी.
बिहार के मंत्री एसके महासेठ ने बुधवार को राज्य के लोगों से शराब छोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा: “अगर आप शराब छोड़ देते हैं तो ठीक है। यहाँ ज़हर आता है, शराब नहीं। अगर हमारे शरीर में इसे झेलने की ताकत है तो हम इसे बर्दाश्त कर सकते हैं, लेकिन आप इसे छोड़ दो! यह निषिद्ध है और अवैध तरीके से यहां लाई जा रही है.”
आपको बता दें, इस बारे में डॉक्टर्स का कहना है कि, “हानिकारक अल्कोहल की वजह से हमारे एंजाइमों के खिलाफ शरीर में कई एसिड बनते हैं, जिसे खत्म करना मुश्किल है क्योंकि एंजाइमों ब्लॉक हो जाते है। इसके बाद, इलाज के तौर पर इथेनॉल का उपयोग किया जाता है, जो उस अणु को अलग करने के लिए काम करता है। नतीजतन, इथेनॉल, अल्कोहल पॉइजनिंग के इलाज में प्रभावी होता है।”
अल्कोहल पॉइजनिंग एक गंभीर परेशानी है। कई बार यह जानलेवा भी होता है। दरअसल, लंबे समय तक अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से इस तरह की समस्या होती है। बहुत अधिक शराब पीने से आपकी साँस, हृदय गति, शरीर का तापमान और गैग रिफ्लेक्स प्रभावित हो सकता है। इसके कारण व्यक्ति संभावित रूप से कोमा में जा सकता है और उसकी मौत भी हो सकती है। अल्कोहल पॉइज़निंग तब भी हो सकती है जब वयस्क या बच्चे गलती से या जानबूझकर वो चीज़ें पीते हैं जिनमें अल्कोहल होता है। शराब के जहर वाले व्यक्ति को तत्काल उपचार की जरूरत होती है।