नई दिल्ली: आज के समय में ज्यादातर लोग अपना पैसा कहीं न कहीं निवेश जरूर करते हैं। लेकिन आपको बता दें, महिलाएं अपने निवेश के फैसले खुद लेने में पुरुषों से पीछे हैं। सर्वे के मुताबिक, बहुत कम महिलाएं स्वतंत्र रूप से निवेश के फैसले ले सकती हैं। जबकि ऐसा करने वाले पुरुषों की संख्या […]
नई दिल्ली: आज के समय में ज्यादातर लोग अपना पैसा कहीं न कहीं निवेश जरूर करते हैं। लेकिन आपको बता दें, महिलाएं अपने निवेश के फैसले खुद लेने में पुरुषों से पीछे हैं। सर्वे के मुताबिक, बहुत कम महिलाएं स्वतंत्र रूप से निवेश के फैसले ले सकती हैं। जबकि ऐसा करने वाले पुरुषों की संख्या ज्यादा है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
सर्वे के हवाले से आपको बता दें, करीब दो तिहाई यानी 65 फीसदी पुरुष स्वतंत्र रूप से निवेश के फैसले लेते हैं। लेकिन केवल 44% महिलाएं ही ऐसा करती हैं। यह सर्वे रिसर्च एजेंसी YouGov के साथ मिलकर किया गया था। इस सर्वे से पता चला है कि निवेश का फैसला लेते समय पुरुष और महिलाएं क्या सोचते हैं.
इस अध्ययन में पाया गया कि स्वतंत्र रूप से निवेश संबंधी निर्णय लेने के मामलों में पुरुषों की भागीदारी कहीं अधिक (40 प्रतिशत) है। वहीं, केवल 27% महिलाएं ही स्वतंत्र रूप से निवेश के फैसले लेती हैं। इसके लिए वे किसी प्रोफेशनल काउंसलर की मदद भी नहीं लेती हैं। अब उन्हीं की बात करते हैं, जो लोग किसी दूसरे व्यक्ति से बात करके निवेश के फैसले लेते हैं. सर्वे के मुताबिक, 67 फीसदी महिलाओं ने कहा कि वे अपने पति से सलाह-मशवरा करके निवेश करती हैं। वहीं इस मामले में पुरुषों की संख्या 48% है।
सर्वेक्षण में, 26% पुरुषों ने कहा कि वे निवेश निर्णय लेने से पहले अपने पिता की सलाह को तजरीह देते हैं। वहीं, इस मामले में महिलाओं की संख्या महज 10 फीसदी है। इस सर्वे में यह बात भी सामने आई कि पति अपनी पत्नियों को निवेश की जानकारी मुहैया कराने में सबसे आगे हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार, 32% महिलाओं ने पेशेवर वित्तीय सलाहकार से निवेश जे मामले में सहायता ली है। जबकि सिर्फ 36 फीसदी पुरुष ऐसे थे जिन्होंने ऐसा किया। अधिकांश पुरुषों (79%) और महिलाओं (78%) ने कहा कि वित्तीय सलाहकार चुनते समय वे लिंग को प्राथमिकता नहीं देते हैं।