जानें अमृतपाल के हैंडलर परमजीत की पूरी हिस्ट्री, कैसे बना मोस्ट वांटेड

चंडीगढ़: पंजाब पुलिस अभी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर खाली है। मोस्ट वांटेड अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर चल रहा है। लेकिन जांच के दौरान यह भी सामने आया कि उसके तार उन आतंकियों से जुड़े हैं, जो विदेश में हैं। जांच में अमृतपाल का संबंध परमजीत सिंह […]

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जानें अमृतपाल के हैंडलर परमजीत की पूरी हिस्ट्री, कैसे बना मोस्ट वांटेड

Amisha Singh

  • March 22, 2023 4:30 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

चंडीगढ़: पंजाब पुलिस अभी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर खाली है। मोस्ट वांटेड अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर चल रहा है। लेकिन जांच के दौरान यह भी सामने आया कि उसके तार उन आतंकियों से जुड़े हैं, जो विदेश में हैं। जांच में अमृतपाल का संबंध परमजीत सिंह पम्मा से भी निकला था।

पम्मा NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है और देश में बैन संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है। यह भारत में प्रतिबंधित संगठनों की सूची में शामिल है। परमजीत सिंह पम्मा का नाम खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़ा है। इसके अलावा वह कई तरह की आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है।

 

➨ वह भारत छोड़कर पाकिस्तान आया

 

आखिर कौन है परमजीत सिंह पम्मा जो इस वक़्त अमृतपाल सिंह का राइट हैंड बना हुआ है। आपको बता दें, पंजाब के साहिबजादा अजीत सिंह नगर का रहने वाला परमजीत सिंह पम्मा 1990 के दशक में छोटे-मोटे अपराध कर रहा था, 1994 में वह भारत छोड़कर पाकिस्तान आ गया था। पाकिस्तान पहुंचने के बाद उन्होंने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लिए धन उगाहना शुरू किया। यह एक खालिस्तानी संगठन है और भारत में प्रतिबंधित संगठनों की सूची में है।

 

➨ ऐसे हुआ खालिस्तान में शामिल

 

इधर, पम्मा बब्बर ने खालसा प्रमुख वाधवा सिंह से संपर्क किया और संगठन से संबंधित गतिविधियों में शामिल हो गए। कुछ समय बाद वह खालिस्तान टाइगर फोर्स में शामिल हो गया और उसने अपने बॉस जगतार सिंह तारा से संपर्क किया। दुनिया के कई देशों में यह संगठन आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने लगा है और पम्मा इसमें अहम भूमिका निभाने लगा है। पम्मा थाईलैंड में आतंकवादी गतिविधियों का प्रभारी रहा है। इसके बाद, दक्षिण पूर्व एशिया में पंजाब से आने वाले आतंकवादियों को सहायता के साथ बुनियादी ढांचा मुहैया करना पम्मा का पेशा बना गया।

 

➨ पटियाला-अंबाला विस्फोटक कनेक्शन

 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पम्मा का नाम 2015 में पंजाब के पटियाला और अंबाला में हुए बम धमाकों में सामने आया था। इसके अलावा 2009 में राष्ट्रीय सिख संगत के प्रमुख रुलदा सिंह की हत्या में भी पम्मा की भूमिका का जिक्र किया गया था।पम्मा के खिलाफ इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था और 18 दिसंबर 2015 को पुर्तगाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया था। हालांकि भारत सरकार ने उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था, लेकिन पुर्तगाल सरकार ने इस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया। परिणामस्वरूप, कुछ समय बाद, पम्मा को रिहा कर दिया गया और वे फिर से वही काम करने लगा।

 

➨ पम्मा का अमृतपाल से कनेक्शन!

 

पुलिस अभी इसका पता लगाने में जुटी है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कौन किसकी मदद कर रहा था। कहा जाता है कि पम्मा अमृतपाल का हैंडलर था और उसने अमृतपाल सिंह की गतिविधियों में अहम भूमिका निभाई थी। बताया जाता है कि अमृतपाल दुबई में ट्रक ड्राइवर था। यहीं पर वह अपने चाचा के कारोबार से जुड़ा और यहीं से वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में आया। उसने धर्म के नाम पर सिखों को बरगलाना शुरू कर दिया।

 

 

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