Lok Sabha Elections 2024: चुनावी भाषणों में अपमानजनक भाषा पर जानें जनता की राय, इस रिपोर्ट में

नई दिल्ली: आज यानी शुक्रवार, 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण पूरा हुआ. आज 13 राज्यों की 88 सीटों पर मतदान संपन्न हुए. इस चरण में शाम 5 बजे तक करीब 60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. लोकसभा चुनाव में नेता तमाम चुनावी रैलियां और जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. जिसमें भाषा […]

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Lok Sabha Elections 2024: चुनावी भाषणों में अपमानजनक भाषा पर जानें जनता की राय, इस रिपोर्ट में

Vishal Vishwakarma

  • April 26, 2024 9:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 months ago

नई दिल्ली: आज यानी शुक्रवार, 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण पूरा हुआ. आज 13 राज्यों की 88 सीटों पर मतदान संपन्न हुए. इस चरण में शाम 5 बजे तक करीब 60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. लोकसभा चुनाव में नेता तमाम चुनावी रैलियां और जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. जिसमें भाषा पर नियंत्रण नहीं रह गया है.

वह शब्द भी बोले जा रहे हैं जो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 में अपराध की श्रेणी में आते हैं. अभी बीते रोज केंद्रीय चुनाव आयोग ने कई नेताओं और राजनेताओं को हेट स्पीच मामले में नोटिस जारी किया था और भविष्य के लिए चेतावनी भी दी थी कि हेट स्पीच से परहेज़ करें. इसी से संबंधित आईटीवी नेटवर्क ने एक सर्वे किया जिसपर जनता ने खुलकर अपनी राय रखी है. नतीजे कुछ इस प्रकार हैं….

चुनावी रैलियों में बड़े नेताओं की अपमानजनक भाषा पर आपकी राय क्या है ?

बेहद शर्मनाक -35%
ध्रुवीकरण की कोशिश-9%
भड़काऊ एजेंडा -50%
कह नहीं सकते -6%

चुनावी मंचों से किस नेता को अपनी भाषा पर संयम रखने की ज़्यादा ज़रूरत है ?

नरेंद्र मोदी -21%
राहुल गांधी -28%
ममता बनर्जी -5%
ओवैसी -6%
सभी नेता-40%
कह नहीं सकते 0%

नेताओं के बिगड़े बोल पर कंट्रोल के लिए किस पर एक्शन होना चाहिए ?

नेता पर एक्शन -50%
पार्टी अध्यक्ष पर एक्शन -21%
चुनाव अधिकारी पर एक्शन-26%
कह नहीं सकते -3%

क्या चुनाव आयोग बिगड़े बोल पर लगाम लगा पाने में सक्षम नज़र आ रहा है ?

हाँ-36%
नहीं -50%
एक्शन में देरी-11%
कह नहीं सकते-3%

चुनावी मंचों से किस तरह के भाषण का असर वोटर पर सबसे ज़्यादा होता है?

आक्रामक भाषण -19%
भावुक भाषण -30%
तथ्यात्मक भाषण-17%
मज़हबी भाषण -20%
कह नहीं सकते-14%

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