जानें दिलीप सांघवी कैसे बने हजारी से अरबपति, भारत के 10 सबसे अमीर शख्सियतों में शामिल

नई दिल्ली। फोर्ब्स ने इस साल 2023 में भारत के 100 सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट जारी की जिसमें पहले नंबर पर रिलायंस ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन मुकेश अंबानी शामिल है. इसके बाद उद्योगपति गौतम अडानी जो की दुसरें नंबर पर हैं और फोर्ब्स की सूची के अनुसार, मुकेश अंबानी 92 अरब डॉलर […]

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जानें दिलीप सांघवी कैसे बने हजारी से अरबपति, भारत के 10 सबसे अमीर शख्सियतों में शामिल

Arpit Shukla

  • October 12, 2023 6:59 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली। फोर्ब्स ने इस साल 2023 में भारत के 100 सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट जारी की जिसमें पहले नंबर पर रिलायंस ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन मुकेश अंबानी शामिल है. इसके बाद उद्योगपति गौतम अडानी जो की दुसरें नंबर पर हैं और फोर्ब्स की सूची के अनुसार, मुकेश अंबानी 92 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक है, जबकि गौतम अडानी के पास 68 अरब डॉलर की संपत्ति हैं. फोर्ब्‍स की रिच लिस्‍ट में तीसरे नंबर पर एचसीएल टेक्नोलॉजीज के फाउंडर शिव नादर हैं. लिस्ट यही खत्म नहीं हुई है इस लिस्ट में टॉप टेन अमीरों की लिस्ट में दिलीप सांघवी का नाम भी शामिल है जो की भारत की सबसे बड़ी दवा कंपनी सन फार्मास्युटिकल के फाउंडर है. जो कि $19 बिलियन की संपत्ति के मालिक हैं और इस समय भारत की सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में आठवें नंबर पर हैं.

10 हजार से 19 बिलियन तक का सफर

27 साल की उम्र से ही दिलीप सांघवी ने अपने बिजनेस करियर की शुरुआत गुजरात के वापी से की. जिसके बाद उन्‍होंने अपनी दवा फैक्‍टरी लगाने का फैसला किया. केवल 10 हजार रूपये में उन्होनें साल 1982 गुजरात के वापी में सन फार्मास्‍यूटिकल की शुरूआत की और आज सन फार्मास्‍यूटिकल कंपनी भारत की सबसे बड़ी दवा कंपनी बन कर उभरी है. साथ ही इसका बकाया कंपनी शेयर 2.70 लाख करोड़ रुपये है.

अमेरिका में भी बिजनेस

शुरू में कंपनी ने बहुत ज्यादा दवाइओं की वेराइटी नहीं बनाती थी मगर अच्छी क्वालिटी की दवा पर ध्यान दिया करती थी. फिर पहले ही साल कंपनी नें 7 लाख रुपये का बिजनेस किया. इसके बाद कंपनी का मार्केट अच्छा चल पड़ा. उसके बाद किस्‍मत ने उनका साथ दिया और ठीक 15 साल बाद दिलीप ने घाटे में जा रही एक अमेरिकी कंपनी कारकोफार्मा को खरीद कर अमेरिकी बाजार में भी अपनी पहुंच बना ली. इसके बाद 2007 में उन्होने इजराइल की टारोफार्मा दवा कंपनी को भी खरीद लिया. समय के साथ आगे बढ़ते-बढ़ते आज भारत के सबसे अमीर आदमियों में से एक हैं.

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