किसानों का पदयात्रा आज दिल्ली सीमा तक पहुंच गई है. ऐसे में उन्हें रोकने के लिए पुलिस बल ने आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है. हम आपको बताते हैं कि आखिर देश के अन्नदाताओं की ऐसी कौनसी मांगे हैं जिसके कारण उन्हें दिल्ली पहुंचकर इस हिंसा को झेलना पड़ रहा है.
नई दिल्ली. कर्ज माफी, गन्ने का पेमेंट, बिजली के बढ़ते दामों समेत और भी कई मांगों को लेकर हरिद्वार से चली किसान क्रांति पदयात्रा दिल्ली में काफी बुरा स्वागत हुआ. पुलिस बल ने किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले तक इस्तेमाल किए जिसमें कुछ किसान घायल भी हुए हैं. रोके जाने पर किसानों को गुस्सा बढ़ता जा रहा है. भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष नरेश टिकैत ने दिल्ली यूपी बॉर्डर सील किए जाने पर कहा कि हमें यहां क्यों रोका गया है? रैली एक अनुशासित तरीके से आगे बढ़ रही थी. आइये हम आपको बताते हैं कि आखिर देश के अन्नदाताओं की ऐसी कौनसी मांगे हैं जिसके कारण उन्हें दिल्ली पहुंचकर इस हिंसा को झेलना पड़ रहा है.
क्या हैं किसानों की मांगें?
1.कमर्शियल प्रयोग में आने वाली चीनी का न्यूनतम मूल्य 40 रुपये किलो तय किया जाए.
2.बीते साल की गन्ना फसल का पेमेंट किया जाए और ये न करने वाले मिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो.
3.किसानों का आय तय करने के लिए स्वामीनाथन कमेटी के फार्मूले को लागू किया जाए
4. किसानों को भी पेंशन दी जाए.
5. 14 दिन में गन्ने का भुगतान सुनिश्चित किया जाए
6. 10 साल पुराने डीजल ट्रैक्टर बंद किए जाने के आदेश को वापस लिया जाए.
7. फसलों का उचित मूल्य लगाया जाए.
8. किसानों का सारा कर्ज माफ किया जाए.
9.स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को लागू किया जाए
10.किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत बिना ब्याज के लोन मिले
11.सभी फसलों की पूरी तरह खरीद की मांग
12.बिजली के दामों में कमी की मांग
13. गन्ने की कीमतों के भुगतान में देरी पर ब्याज मिले
14. डीजल के दामों में कमी की मांग
15. पीएम फसल बीमा योजना में बदलाव करने की मांग
16. आवारा जानवरों से फसल का बचाव
17. मृतक किसानों के परिवारों के लिए घरों की मांग