Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • खालिस्तान-गैंगस्टर्स के नेटवर्क पर NIA की बड़ी कार्रवाई, 6 राज्यों में 50 ठिकानों पर मारे छापे

खालिस्तान-गैंगस्टर्स के नेटवर्क पर NIA की बड़ी कार्रवाई, 6 राज्यों में 50 ठिकानों पर मारे छापे

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर टेरर नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में एक साथ छापे मारे जा रहे हैं। एनआईए कुल मिलाकर 50 से अधिक जगहों पर रेड कर रही है। बता दें कि पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में छिपकर बैठे […]

Advertisement
खालिस्तान-गैंगस्टर्स के नेटवर्क पर NIA की बड़ी कार्रवाई, 6 राज्यों में 50 ठिकानों पर मारे छापे
  • September 27, 2023 8:37 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर टेरर नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में एक साथ छापे मारे जा रहे हैं। एनआईए कुल मिलाकर 50 से अधिक जगहों पर रेड कर रही है। बता दें कि पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में छिपकर बैठे गैंगस्टर्स के संबंध खालिस्तानी आतंकियों के साथ होने के सबूत मिले हैं। खालिस्तानी आतंकियों के माध्यम से ही गैंगस्टर्स को हथियार मिल रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इसे ही ध्यान में रखते हुए ये छापे मारे जा रहे हैं।

खालिस्तानी आतंकियों से मिलते हैं हथियार

पिछले कुछ महीनों में यूपी, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में गैंगस्टर्स एक्टिव हो गए हैं। इन गैंगस्टर्स को अपने कामों को अंजाम देने के लिए पैसे की जरूरत पड़ रही है। गैंगस्टर्स पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से आने वाले ड्रग्स और खालिस्तानी आतंकियों के जरिए पैसों की जरूरत पूरी की जा रही है। इसके अलावा कई सारे ऐसे भी गैंगस्टर्स हैं, जिनको हथियारों की जरूरत है। इन जरूरतों को पूरा करने के लिए ही यह खालिस्तानी आतंकियों से संपर्क करते हैं।

पाकिस्तान से जुड़े गैंगस्टर्स के तार

बता दें कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के रास्ते भारत में न केवल ड्रग्स की सप्लाई की जाती है, बल्कि आतंकियों को भी भेजा जाता है। पाकिस्तान को पता है कि अगर उसे भारत में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देना है, तो उसके लिए गैंगस्टर्स मददगार हो सकते हैं। यही कारण है कि हथियारों के लालच के जरिए गैंग्स्टर्स को पाकिस्तान अपनी ओर कर रहा है। इसको अंजाम देने के लिए खालिस्तानी आतंकियों की मदद ली जा रही है। बता दें कि कनाडा में बैठे हुए खालिस्तानी आतंकी लगातार ISI के साथ संपर्क में हैं।

Advertisement