Kerala: तिरुवनन्तपुरम। केरल की पिनराई विजयन सरकार ने अवारा कुत्तों को मारने की इजाजत के लिए देश की सबसे बड़ी अदालत का दरवाजा खटाखटाया है। केरल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर अवारा और हिंसक प्रवृत्ति वाले कुत्तों को जान से मारने की इजाजत मांगी है। 5 साल में 8 लाख को बनाया […]
तिरुवनन्तपुरम। केरल की पिनराई विजयन सरकार ने अवारा कुत्तों को मारने की इजाजत के लिए देश की सबसे बड़ी अदालत का दरवाजा खटाखटाया है। केरल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर अवारा और हिंसक प्रवृत्ति वाले कुत्तों को जान से मारने की इजाजत मांगी है।
केरल सरकार द्वारा दायर हलफनामे में बताया गया है कि पिछले पांच सालों में राज्य में कुत्तों ने 8 लाख लोगों को अपना शिकार बनाया है। इसी साल 1.2 लाख लोगों को अवारा कुत्तों ने काटा है। विजयन सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में कहा है कि रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी से संक्रमित कुत्तों को मारने की इजाजत दी जाए।
सुप्रीम कोर्ट ने केरल सरकार द्वारा दायर हलफनामे पर कहा है कि इस समस्या के समाधान के लिए कोई और रास्ता निकालना होगा। हम सभी को कुत्तों से प्यार है। मैं खुद हमेशा कुत्तों को खाना खिलाता हूं और उन्हें टहलाता हूं। कुछ कुत्ते गुस्सैल स्वभाव के होते हैं, लेकिन उन्हें मारा नहीं जा सकता है।
केरल सरकार के मंत्री एमबी राजेश ने बताया है कि राज्य में 20 सितंबर से 20 अक्टूबर तक कुत्तों का टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए सरकार अलग से वाहन को किराए पर लेगी और ब्लॉक पंचायतों, नगर निगमों को धन आवांटित करेगी। मंत्री ने बताया कि सरकार की योजना है कि भोजन के जरिए कुत्तों को दवाई की खुराक दी जाए।
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