नई दिल्ली : दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया में आई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश की राजधानी दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में नहीं है. केजरीवाल ने ट्विटर पर मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा- काफी लंबे समय के बाद दिल्ली विश्व […]
नई दिल्ली : दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया में आई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश की राजधानी दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में नहीं है. केजरीवाल ने ट्विटर पर मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा- काफी लंबे समय के बाद दिल्ली विश्व के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल नहीं हुई है.
दिल्लीवासियों का प्रयास धीरे-धीरे रंग ला रहा है, सभी दिल्लीवासियों को सीएम ने बधाई दी है. सीएम ने आगे कहा कि अभी हमको काफी लम्बा रास्ता तय करना है और हमे सबसे स्वस्छ शहरों में शामिल होना है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लाहौर, मुंबई और काबुल विश्व में 3 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में शामिल है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार दिल्ली में PM 2.5 का स्तर 2016 के 135 माइकोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से घटकर 2022 में 97 माइकोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर हो गया है जो 5 साल में रिकॉर्ड 28 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है. PM 10 का स्तर भी 2016 के 291 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से घटकर 2022 में 211 माइकोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर हो गया है जो 27 प्रतिशत कम है.
भारत के साथ पूरे विश्व में वायु प्रदूषण से लोगों को खतरा है. हर साल प्रदूषण से लाखों लोगों की मौत होती है. अगर हम पूरे विश्व की बात करे तो प्रदूषण की वजह से 90 लाख लोगों की मौत समय से पहले हुई है. इसका खुलासा एक मीडिया रिपोर्ट में हुआ था. साल 2000 हजार के बाद से कारों, ट्रकों और उद्योगों से आने वाली गंदी हवा के कारण मरने वालों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. पूरे विश्व में सबसे ज्यादा लोग प्रदूषण से चीन और भारत में मरते है. दोनों देशों में लगभग 2 से 2.5 मिलियन मौतें होती है.
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