केजरीवाल ने विपक्ष को दिया झटका, 2024 के चुनाव को लेकर दिया बड़ा बयान

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लेकर विपक्ष को एक बड़ा झटका दिया है, जहाँ एक ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, नीतीश कुमार एवं अन्य कद्दावर नेता 2024 के चुनावों को लेकर विपक्ष को एक जुट करने में लगे हैं वहीं दिल्ली के […]

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केजरीवाल ने विपक्ष को दिया झटका, 2024 के चुनाव को लेकर दिया बड़ा बयान

Farhan Uddin Siddiqui

  • November 13, 2022 9:19 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लेकर विपक्ष को एक बड़ा झटका दिया है, जहाँ एक ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, नीतीश कुमार एवं अन्य कद्दावर नेता 2024 के चुनावों को लेकर विपक्ष को एक जुट करने में लगे हैं वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्ष से दूरी बनाने के फैसला लेते हुए सभी राजनीतिक दलों को झटका दे दिया है।

क्या कहा केजरीवाल ने ?

2024 के आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र जहाँ एक ओर विपक्ष भाजपा को सत्ता से उतारने के लिए एक होने के सम्पूर्ण प्रयास कर रहा है वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी विपक्षी दलों को आईना दिखाते हुए बड़ा बयान दिया है, हम आपको बता दें कि, दिल्ली में आयोजत हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट के दौरान अरविंद केजरीवाल ने यह साफ कर दिया है कि, वह 2024 का आम चुनाव विपक्षी दलों से दूर रहकर यानी की अकेले ही रहेंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, भाजपा को विपक्ष की एकता नही रहा सकती बल्कि इस जनतंत्र में जनता इस बात का फैसला करती है कि, कौन सी पार्टी सत्ता में रहेगी, उन्होने कहा कि, विपक्ष के भले ही एक हो जाए लेकिन भाजपा को हराने के लिए एकता नहीं बल्कि एजेंडा चाहिए जो विपक्ष के पास नहीं है। इसलिए वह आगामी लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेंगे।

केजरीवाल बनाम मोदी

यदि आम आदमी पार्टी की बात करें तो वह अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री के रूप में देखने का मन बना चुकी है। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने इस सम्बन्ध में कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कहा हाँ उनके अकेले चुनाव लड़ने से एक बात तो स्पष्ट हो जाती है कि, आने वाले लोकसभा चुनाव में केजरीवाल बनाम मोदी होने वाला है।

क्या नहीं है विपक्ष के पास एजेंडा?

यदि हम 2014 के बाद से विपक्ष के बयानों को देखें तो वह लगातार भाजपा एवं मोदी की ग़लतियां बताने में ही अपना समय खर्च कर रहा है। यह समय ग़लतियां निकालने का नहीं बल्कि एजेंडा बताने का है। भाजपा ने 2014 से लगातार एजेंडे पर काम किया है, चाहे वह एनआरसी हो, आर्टिकल 370 का हटाया जाना या फिर यूनीफॉर्म सिविस कोड का लागू करने का वादा हो वह लगातार एजेंडे पर ही काम करती रही लेकिन विपक्ष के पास ग़लतियां एवं ग़लत नीतियां बातने के अलावा कोई भी एजेंडा नहीं है।

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