उत्तर प्रदेश के कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई साम्प्रदायिक झड़प में मारे गए युवक चंदन गुप्ता का शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया. वहीं अंतिम संस्कार के बाद इलाके में फिर से हिंसा भड़क गई, जहां कुछ असामाजिक तत्वों ने दुकान और एक धार्मिक स्थल में आग लगा दी. मौके पर पहुंची पुलिस बल और आरएएफ ने हिंसा करने वाले लोगों को खदेड़ा.
लखनऊ. यूपी के कासगंज में 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान बवाल में मारे गए चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं. कासगंज में शुक्रवार को विश्व हिन्दू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तिरंगा यात्रा निकाली थी. इस दौरान एक समुदाय विशेष के लोगों ने बाइक पर निकली तिरंगा यात्रा पर पथराव किया जिसके बाद हिंसा भड़क गई. हिंसा में चंदन नाम के युवक की मौत हो गई.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शनिवार उपद्रवियों ने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया है. पुलिस लगातार स्थिति को काबू करने की कोशिश में जुटी है, लेकिन हालात बेकाबू हैं. मृतक के माता-पिता की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए मुआवजे और सरकारी नौकरी के आश्वासन के बाद परिजनों ने चंदन का अंतिम संस्कार कर दिया है. मृतक चंदन का अंतिम संस्कार कासगंज स्थित काली नदी के किनारे बाकनेर में भारत विकास परिषद द्वारा बनाए गए मुक्ति धाम में किया गया. पुलिस प्रशासन की फिलहाल पहली प्राथमिकता मृतक चंदन का शांतिपूर्वक अंतिम संस्कार करवाने की थी. इस मौके पर बीजेपी सांसद राजवीर सिंह के अलावा स्थानीय विधायक भी मौजूद रहे.
बता दें कि शुक्रवार को तिरंगा प्रभात फेरी यात्रा के दौरान कासगंज में हुई हिंसा में एक की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे. आगजनी और तोड़फोड़ होने के बाद बवाल बढ़ता देख पुलिस प्रशासन ने आस-पास जिलों की पुलिस फोर्स मौके पर बुलाई, जिसके बाद उपद्रवियों पर काबू किया जा सका. एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि इस मामले में कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची है लेकिन इलाके में अभी तनाव है. कल से इलाके में धारा 144 लागू है.
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