नई दिल्ली। पंचांग कैलेंडर के अनुसार, करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस दिन को करवा चौथ के रूप में मनाया जाता है इस दिन सुहागन महिलाएं जीवनसाथी की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला उपवास रखती हैं. इस दिन […]
नई दिल्ली। पंचांग कैलेंडर के अनुसार, करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस दिन को करवा चौथ के रूप में मनाया जाता है इस दिन सुहागन महिलाएं जीवनसाथी की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला उपवास रखती हैं. इस दिन चंद्रमा की पूजा कर चंद्रमां को अर्घ्य दिया जाता है. इसके बिना करवा चौथ का उपवास पूरा नहीं होता है. तो चलिए जानते हैं इस साल करवा चौथ कब है? पूजा के लिए शुभ मुहूर्त कब हैं.
हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस बार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी करवा चौथ मंगलवार दिन 31 अक्टूबर रात 09 बजकर 30 मिनट से प्रारंभ हो कर बुधवार 01 नवंबर रात 09 बजकर 19 मिनट पर समाप्त हो जाएंगी. उदयातिथि और चतुर्थी के चंद्रोदय की बुनियाद पर करवा चौथ व्रत बुधवार यानी 1 नवंबर को रखा जायेगा. इस दिन व्रत करने वालीं महिलाओं को 13 घंटे 42 मिनट तक निर्जला व्रत रखना होगा. व्रत सुबह 06 बजकर 33 मिनट से रात 08 बजकर 15 मिनट तक रहेगा.
बुधवार शाम 05 बजकर 36 मिनट से प्रारम्भ होकर शाम 6 बजकर 54 मिनट पर समाप्त हो जाएगा.
चंद्रमा पूजन और अर्घ्य का समय
चंद्रमा को अर्घ्य दे कर और पूजन करके व्रत खोल सकते हैं. इस बार यह चंद्रोदय का समय रात 08 बजकर 15 मिनट पर होगा. इस समय से आप चंद.