कोलार: कर्नाटक के कोलार के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। बता दें यहां डॉक्टर महिला के गर्भाशय में तीन फीट कपड़ा डाल कर भूल गए। बाद में महिला को असहनीय दर्द महसूस हुआ और अल्ट्रासाउंड कराया गया, जिसमें पता चला कि उसके पेट दर्द का कारण उसके […]
कोलार: कर्नाटक के कोलार के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। बता दें यहां डॉक्टर महिला के गर्भाशय में तीन फीट कपड़ा डाल कर भूल गए। बाद में महिला को असहनीय दर्द महसूस हुआ और अल्ट्रासाउंड कराया गया, जिसमें पता चला कि उसके पेट दर्द का कारण उसके गर्भाशय में में पड़ा कपड़ा है।
डॉक्टरों लापरवाही की शिकार रामसगरा गांव निवासी 20 वर्षीय चंद्रिका नामक महिला हुई. 5 मई को चंद्रिका ने कोलार के एनएचपी सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया, लेकिन चार दिन बाद उसके पेट में असहनीय दर्द होने लगा। हालत बिगड़ने पर चंद्रिका को उसके पति राजेश एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड किया और पाया कि जननांग में एक कपड़ा चिपका हुआ है।
राजेश ने कहा कि निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने कपड़ा निकाल दिया। लेकिन जब उसने सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दायर किया, तो उन्होंने नर्सिंग स्टाफ को दोषी ठहराया। राजेश ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ जिला चिकित्सा अधिकारी को लिखित शिकायत दर्ज कराई है।