नई दिल्ली, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अब कर्नाटक में मॉनसून की दस्तक की सूचना दे दी है. जहां अगले 48 घंटों के भीतर ही कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बारिश की हलकी बौझारे भी पड़ सकती हैं. कर्नाटक में मॉनसून का आगमन कर्नाटक में मॉनसून का असर भी देखने को मिल रहा है. […]
नई दिल्ली, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अब कर्नाटक में मॉनसून की दस्तक की सूचना दे दी है. जहां अगले 48 घंटों के भीतर ही कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बारिश की हलकी बौझारे भी पड़ सकती हैं.
कर्नाटक में मॉनसून का असर भी देखने को मिल रहा है. जहां दक्षिण-पश्चिम मॉनसून कर्नाटक के कुछ हिस्सों में पहुंच गया है. इस दौरान राज्य के कई तटीय इलाकों में और अंदरूनी इलाकों में भी वर्षा देखी गई है. बात करें मैसूरु जिले के पेरियापत्तन और चामराजनगर की तो यहां सात सेंटीमीटर वर्षा दर्ज़ की गई है.
उडुपी जिले के पनाम्बुर और कोटा तथा हासन जिले के बल्लूपेट में भी वर्षा ने छह सेंटीमीटर तक मौजूदगी दर्ज़ की. मौसम विभाग की हालिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि अगले 24 घंटों में तटीय कर्नाटक में कई स्थानों और राज्य के कई अंदरूनी हिस्सों में गरज के साथ बारिश हो सकती है साथ ही बेंगलुरु में अगले 48 घंटों में गरज के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं. बता दें, मंगलवार को कर्नाटक के कुछ हिस्सों में येलो अलर्ट भी जारी किया गया था.
Advancement of Southwest Monsoon:
Conditions are favourable for further advance of southwest monsoon into some parts of central Arabian Sea, reaming parts of Kerala, some more parts of Tamil Nadu, some parts of Karnataka, and some more parts of south and Central Bay of Bengal— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 30, 2022
बता दें, दक्षिणी पश्चिमी मॉनसून कर्नाटक से पहले ही पूरे केरल में, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में पूरी दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी में, पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी, पश्चिमी मध्य के कुछ हिस्सों और उत्तर-पूर्व की बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ गया है. अब कर्नाटक में भी मॉनसून जल्द ही दस्तक देने वाला है.
मौसम विभाग के मुताबिक इस समय दक्षिण पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिण पूर्व अरब सागर के कुछ हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आज शाम तक दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अब अनुकूल हैं. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पूर्व राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर बढ़ रहा है.