बेंगलुरु. कर्नाटक में सत्ताधारी कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, जिसके बाद एचडी कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आने की कगार पर पहुंच गई है. दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने साफ कर दिया है कि कर्नाटक में अब बीजेपी सरकार बनाएगी और बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बनेंगे. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने अभी तक विधायकों के इस्तीफे पर कोई फैसला नहीं दिया है. यदि इस्तीफा मंजूर हो जाता है तो कांग्रेस-जेडीएस सरकार अल्पमत में आ जाएगी और सबसे बड़ी पार्टी की हैसियत से बीजेपी राज्य में सरकार बना लेगी. वर्तमान में कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के 77 और जेडीएस के 37 विधायक हैं. जबकि बसपा समेत अन्य दलों के 3 विधायकों ने सरकार को अपना समर्थन दे रखा है. शनिवार को कांग्रेस के 10 और जेडीएस के तीन विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा. इसके बाद सभी बागी विधायकों ने राजभवन जाकर राज्यपाल वाजूभाई वाला से भी मुलाकात की और फिर सभी बेंगलुरु से विमान के जरिए गोवा निकल गए. इससे पहले सोमवार को भी 2 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दिया था.
12 जुलाई से कर्नाटक विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने वाला है. फिलहाल मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अमेरिका दौरे पर हैं वे रविवार को भारत लौटेंगे. दूसरी तफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव भी इंग्लैंड गए हुए हैं. कर्नाटक स्पीकर रमेश कुमार ने कहा है कि विधायकों का इस्तीफा पत्र ले लिया गया है. रविवार को सार्वजनिक अवकाश होने के कारण वे सोमवार या मंगलवार तक इस मामले पर फैसला सुनाएंगे. हालांकि स्पीकर के पास इस्तीफा स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है और कर्नाटक में बीजेपी के सरकार बनने के आसार नजर आ रहे हैं.
कर्नाटक में बीजेपी कैसे बनाएगी सरकार?
224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 113 विधायकों की जरूरत होती है. साल 2018 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 80 और जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने का मौका दिया. बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली लेकिन सदन में वे बहुमत साबित नहीं कर पाए और उनकी सरकार गिर गई. इसके बाद जेडीएस और कांग्रेस ने मिलकर राज्य में सरकार का गठन किया और एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने. वर्तमान में कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के 77, जेडीएस के 37 विधायक हैं. जबकि बीजेपी के पास 105 विधायक हैं. अब तक कांग्रेस-जेडीएस के 15 विधायकों ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा है. मतलब यह कि यदि इन विधायकों का इस्तीफा मंजूर हो जाता है तो कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जाएगी.
विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा में कुल 209 सदस्य ही बचेंगे जिसमें कांग्रेस-जेडीएस के 101 और बीजेपी के 105 सदस्य होंगे. साथ ही कुल सदस्यों की संख्या भी 224 से घटकर 209 हो जाएगी और बहुमत के लिए 105 विधायकों की जरूरत होगी. इस तरह सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी 105 विधायकों के साथ कर्नाटक में सरकार का गठन कर देगी. केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने साफ कर दिया कि कर्नाटक में बीजेपी सरकार बनाने जा रही है और बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बनेंगे.
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के इन विधायकों ने दिया इस्तीफा-
शनिवार को कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस महेश कुमतली, बीसी पाटिल, रमेश जर्किहोली, शिवराम हेबर, एच विश्वनाथ, गोपालिया, बायरती बासवाराज, नारायण गौड़ा, मुनिरत्न, एसटी सोमशेखर, प्रताप गौड़ा पाटिल, रामलिंगा रेड्डी समेत कुल 13 विधायकों ने इस्तीफा सौंपा है. ये सभी विधायक स्पीकर के कार्यालय में इस्तीफा देने पहुंचे थे, हालांकि स्पीकर रमेश कुमार से मुलाकात नहीं होने पर वे उनके सचिव को ही इस्तीफा पत्र सौंप आए. इसी बीच स्पीकर कार्यालय में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार भी पहुंचे और उन्होंने तीन विधायकों का इस्तीफा पत्र फाड़ दिया.
कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी पर लगाया होर्स ट्रेडिंग का आरोप-
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पूरे दिन चले घटनाक्रम के बाद नई दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में आपात बैठक बुलाई गई. इस बैठक में गुलाम नबी आजाद, पी चिदंबरम, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक समेत कई आला नेता मौजूद रहे. बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी को घेरा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश में खरीद-फरोख्त की राजनीति कर रहे हैं. वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि उन्हें विश्वास है, जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है वे वापस लौटेंगे. खड़गे भी बेंगलुरु के लिए रवाना हो रहे हैं.
दूसरी तरफ कर्नाटक कांग्रेस इनचार्ज केसी वेणुगोपाल शनिवार शाम बेंगलुरु पहुंचे. उन्होंने कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया से मुलाकात कर बैठक की. इस बैठक में कर्नाटक पीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खांडरे, डीके शिवकुमार और डीके सुरेश भी मौजूद रहे. सभी ने कर्नाटक में हुए कांग्रेस-जेडीएस विधायकों के इस्तीफे पर चर्चा की. माना जा रहा है कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला भी कर सकती है. क्योंकि इस्तीफा देने वाले 3 कांग्रेस विधायकों ने कहा था कि यदि सिद्धारमैया को सीएम बनाया जाता है तो वे सरकार के साथ रहेंगे.
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