बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी में बगावत का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। टिकट बंटवारे से नाराज नेताओं के पार्टी छोड़ने वाली सूची में आज एक और नाम जुड़ गया। चित्तपुर विधानसभा सीट से तीन बार के बीजेपी विधायक और लिंगायत नेता विश्वनाथ पाटिल ने आज कांग्रेस का […]
बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी में बगावत का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। टिकट बंटवारे से नाराज नेताओं के पार्टी छोड़ने वाली सूची में आज एक और नाम जुड़ गया। चित्तपुर विधानसभा सीट से तीन बार के बीजेपी विधायक और लिंगायत नेता विश्वनाथ पाटिल ने आज कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। कर्नाटक कांग्रेस कमेटी के प्रमुख डीके शिवकुमार ने विश्वनाथ पाटिल को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई है।
बता दें कि कर्नाटक की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी में इस वक्त हड़कंप मचा हुआ है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने 17 अप्रैल को कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया। शेट्टार भी टिकट नहीं मिलने की वजह से बीजेपी आलाकमान से नाराज बताए जा रहे थे, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी भी बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा। राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे। इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी। वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटे आई थी। जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई। जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई।