Karnataka Congress MLA hospitalised: कर्नाटक में छिड़े सियासी घमासान के बीच बेंगलुरु के ईगलटन रिसॉर्ट में पहुंचे कांग्रेस विधायकों के बीच विवाद की खबर सामने आई है. रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस विधायकों में हुई मारपीट के बीच कांग्रेस विधायक आनंदा सिंह के सिर पर उनके साथी जेएन गणेश ने बोतल से हमला किया जिसके बाद घायल हुए आनंदा सिंह को अस्पताल ले जाया गया.
बेंगलुरु. कर्नाटक में कांग्रेस+ जेडीएस गठबंधन में मंडरा रहे राजनीतिक सकंट के चलते सभी कांग्रेस विधायकों को बेंगलुरु ईगलटन रिसॉर्ट में ठहराया गया है. जहां दो विधायकों के बीच विवाद की खबर सामने आई है. मारपीट के दौरान घायल हुए कांग्रेस विधायक आनंदा सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रिपोर्ट्स की मानें तो विवाद होने के बाद आनंदा सिंह के सिर पर बेंगलुरु के जेएन गणेश ने बोतल से हमला किया. बोतल लगने से आनंद सिंह घायल हो गए जिन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया.
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने रिजॉर्ट में कोई किसी भी घटना ना होने का दावा किया है. पार्टी के अनुसार, जे.एन गणेश और आनंदा सिंह के बीच किसी भी प्रकार की हाथापाई या मारपीट नहीं हुई है. आनंदा सिंह के सीने में दर्द की शिकायत हुई थी जिसके बाद उन्हें अस्पाल ले जाया गया.
वहीं कर्नाटक बीजेपी ने कांग्रेस पर इस घटना को लेकर हमला बोला है, बीजेपी कर्नाटक यूनिट ने ट्वीट करते हुए कहा कि “कांग्रेस के अंदर क्या चल रहा है, इससे अधिक सबूत हम क्या दें. रिसॉर्ट रुके कांग्रेस विधायकों के बीच मारपीट हुई जिसमें एक घायल विधायक अस्पताल में भर्ती है. कांग्रेस कब तक इससे इनकार करेगी और बीजेपी को इस सबके लिए जिम्मेदार ठहराती रहेगी.”
क्या है कर्नाटक का सियासी घमासान
कर्नाटक में मौजूदा सीएम एचडी कुमारस्वामी की गठबंधन की सरकार है. यह गठबंधन जेडीएस और कांग्रेस पार्टी ने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में आए नतीजों के बाद बनाया था. उस समय कांग्रेस के पास ज्यादा विधायक थे लेकिन तब भी जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया गया. हालांकि इस चुनाव में बीजेपी को सबसे अधिक सीटें मिली थीं लेकिन बहुमत ना मिलने के कारण फ्लोर टेस्ट में फेल होकर बीजेपी सरकार नहीं बना सकी.
हाल ही में जेडीएस-कांग्रेस की सरकार को समर्थन देने वाले दो निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया. लेकिन फिर भी गठबंधन सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा क्योंकि दोनों पार्टियों के पास बहुमत के लिए पूरे विधायक हैं. हालांकि इसके बाद कर्नाटक में राजनीतिक कयासों का दौर शुरू हो गया और कहा जाने लगा कि कांग्रेस के कुछ विधायक टूटकर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं और गठबंधन सरकार गिर सकती है. काग्रेंस ने विधायकों के खरीद-फरोख्त के डर से सभी को एक रिसॉर्ट में भेज दिया है.