नई दिल्लीः कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने शनिवार को साफ कर दिया कि सरकार अभी राज्य में शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगी रोक को हटाने का विचार कर रही है और विचार – विमर्स के बाद फैसला किया जाएगा। सिद्धरमैया ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अभी हिजाब को लेकर कोई […]
नई दिल्लीः कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने शनिवार को साफ कर दिया कि सरकार अभी राज्य में शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगी रोक को हटाने का विचार कर रही है और विचार – विमर्स के बाद फैसला किया जाएगा। सिद्धरमैया ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अभी हिजाब को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है, किसी ने मुझसे हिजाब पर रोक लगाने के बारे प्रश्न किया था। तो मैंने कहा कि सरकार अभी हिजाब पर लगी रोक हटाने पर विचार कर रही है।
वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या यह इसी शौक्षणिक सत्र में किया जाएगा। जिस पर सीएम ने कहा कि चर्चा के बाद फैसला लिया जाएगा। सीएम के तरफ से सफाई तब आई जब एक दिन पहले उन्होंने कहा था कि शिक्षण संस्थानों पर कोई प्रतिबंध नहीं है और उन्होंने कहा था कि पसंद के कपड़े और भोजन का चयन व्यक्तिगत मामला है।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बी.वाई विजयेंद्र ने नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस पर लोकसभा चुनाव से पहले तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि आजादी के इतने वर्ष बाद भी अल्पसंख्यकों में साक्षरता और रोजगार दर 50 प्रतीश्त है। कांग्रेस ने कभी अल्पसंख्यकों की हालात सुधारने की दिशा में काम नहीं किया।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति पर विश्वास करती है तथा अंग्रेजों की विरासत को आगे बढ़ा रही है। इससे पहले विजयेंद्र ने एक्स पर लिखा था कि सरकार युवाओं को धार्मिक आधार पर बांट रही है। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया का शौक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का निर्णय शौक्षणिक संस्थानों की धर्मनिर्पक्षता चिंता पैदा कर सकता है।