जेएनयू छात्रसंघ चुनाव के लिए शुक्रवार 14 सितंबर को वोटिंग होनी है जिसके नतीजे 16 सितंबर को आएंगे. हर साल की तरह वोटिंग से दो दिन पहले बुधवार की रात सेंट्रल पैनल के अध्यक्ष कैंडिडेट्स के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई जिसमें जेएनयू नारेबाजी विवाद से सेलिब्रिटी छात्र नेता बने कन्हैया कुमार, शेहला राशिद या उमर खालिद का नहीं आना लेफ्ट कैंप में चर्चा का विषय रहा. कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाने के लिए तमाम छात्र संगठनों के नेता इस डिबेट में पहुंचते हैं और खुद कन्हैया भी 2017 के चुनाव में बारिश में भींगकर रात भर नारेबाजी करते दिखे थे.
नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 14 सितंबर को होने वाले जेएनयू छात्र संघ चुनाव के लिए 12 सितंबर की रात आयोजित प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान अपने-अपने संगठन के पैनल और कैंडिडेट का उत्साह बढ़ाने वाली कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ में सेलिब्रिटी छात्र नेता कन्हैया कुमार, शेहला राशिद और उमर खालिद नहीं दिखे.
जेएनयू नारेबाजी कांड से रातों रात स्टार बने कन्हैया, शेहला या उमर का प्रेसिडेंशियल डिबेट में गायब रहना जेएनयू कैंपस में चर्चा का विषय है. हालांकि डिबेट के दौरान कुछ लोग ये कहते सुने गए कि कन्हैया के आने से लेफ्ट यूनिटी के कैंडिडेट्स को फायदा के बदले नुकसान हो जाता इसलिए उनको बुलाया तक नहीं गया.
एआईएसएफ के टिकट पर 2015 में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष का चुनाव जीते कन्हैया कुमार को लेकर चर्चा है कि वो बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई के टिकट पर महागठबंधन उम्मीदवार के तौर पर लड़ने की तैयारी कर रहे हैं इसलिए अब उनका ध्यान बेगूसराय और पटना पर ज्यादा है.
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पीएचडी की पढ़ाई पूरी कर चुके कन्हैया ने कैंपस भी छोड़ दिया है और कैंपस की राजनीति से ऊपर अब वो संसदीय राजनीति में रमने जा रहे हैं. प्रेसिडेंशियल डिबेट में कन्हैया का ना आना चुनावी राजनीति में उनकी बढ़ती दिलचस्पी और बदलती प्राथमिकता का मामला है जिसमें छात्र राजनीति और कैंपस की राजनीति पीछे चली गई है.
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कन्हैया कुमार 2017 के जेएनयू छात्र संघ चुनाव में प्रेसिडेंशियल डिबेट में लेफ्ट यूनिटी की कैंडिडेट गीता कुमारी के लिए नारेबाजी करते नजर आए थे. ऐसा हमेशा होता है कि डिबेट के दौरान संगठन के पुराने और वरिष्ठ नेता सपोर्ट करने पहुंच जाते हैं. इस बार जेएनयू छात्र संघ चुनाव में कन्हैया कुमार के मित्र और सहयोगी रहे जयंत कुमार जिज्ञासु लालू यादव के छात्र राजद के टिकट पर अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे हैं.
जयंत जिज्ञासु ने कन्हैया के काम करने के तौर-तरीकों को पार्टी और संगठन के खिलाफ बताते हुए सीपीआई के छात्र संगठन एआईएसएफ से इस्तीफा दे दिया था. कन्हैया कुमार की ही तरह जयंत भी अच्छा भाषण करते हैं और प्रेसिडेंशियल डिबेट में जयंत जिज्ञासु का भाषण सबसे ज्यादा स्कोरिंग माना गया.
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शेहला राशिद आइसा की नेता हैं और 2015 में जब कन्हैया ने अध्यक्ष का चुनाव जीता था तो शेहला ने जेएनयू छात्र संघ चुनाव में उपाध्यक्ष का पद जीता था. शेहला राशिद की कमी भी लेफ्ट यूनिटी के कार्यकर्ताओं को खल रही थी. कश्मीर से ताल्लुक रखने वालीं शेहला भी लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
शेहला के नहीं आने को लेकर भी जब वहां मौजूद लेफ्ट यूनिटी कार्यकर्ताओं से पूछा गया तो उनके अलग-अगल जवाब का सार ये था कि कल के छात्र नेता अब राष्ट्रीय नेता हो गए हैं और अब ये लोग संसद और विधानसभा जाने की राजनीति कर रहे हैं, कैंपस की राजनीति उनके लिए छोटी चीज है.
तीसरे सेलिब्रिटी छात्र नेता उमर खालिद हैं जिनका संगठन है बासो BASO (Bhagat Singh Ambedkar Students Organisation). उमर खालिद का संगठन इस बार सेंट्रल पैनल का चुनाव नहीं लड़ रहा है लेकिन उनका संगठन भाजपा और संघ से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी के कैंडिडेट को हराने की अपील कर रहा है.
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उमर खालिद ने एक ट्वीट भी किया है जिसमें बासो का वो पोस्टर है. उमर के इस ट्वीट को छोड़ दें तो ना तो उमर खालिद ने और ना ही कन्हैया कुमार या शेहला राशिद ने जेएनयू छात्र संघ चुनाव में शुक्रवार को लेफ्ट यूनिटी के कैंडिडेट को वोट करने या समर्थन करने की कोई अपील की है.
Appeal to JNU students to vote tomorrow in JNUSU polls. The anti-ppl, anti-poor, corrupt & communal Modi govt has consistently attacked JNU for its agenda of dismantling public education. Before 2019 polls, JNU students need to send out a msg that fascists have no place in JNU pic.twitter.com/mvvkdnPQiS
— Umar Khalid (@UmarKhalidJNU) September 13, 2018
कन्हैया कुमार ने पिछले दो-चार दिन में कुछ ट्वीट किए हैं पर वो देश के तमाम मसले हैं. शेहला ने तो कई ट्वीट और रीट्वीट किए हैं लेकिन कोई भी जेएनयू के चुनाव से जुड़ा नहीं है. इसे इस बात को सामने रखकर देखें तो उनकी बेरूखी समझ आएगी कि आरजेडी कैंडिडेट जयंत कुमार जिज्ञासु के लिए तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, मनोज झा, संजय यादव समेत राष्ट्रीय जनता दल के कई नेता, प्रवक्ता लगातार ट्वीट कर रहे हैं, रीट्वीट कर रहे हैं और जेएनयू के छात्र-छात्राओं से जयंत जिज्ञासु को वोट देने की अपील कर रहे हैं.
ऊपर उमर खालिद की ट्वीट वाली अपील आप पढ़ चुके. अब तक ये एकमात्र ट्वीट है कन्हैया, शेहला और उमर की तिकड़ी का जेएनयू छात्र संघ के चुनाव पर. अब पढ़िए जयंत कुमार जिज्ञासु के समर्थन में आरजेडी के बड़े-बड़े नेताओं की अपील जिनकी पार्टी पहली बार जेएनयू का चुनाव लड़ रही है.
Ever since the RSS-BJP government came into power, it is tacitly subduing reservation & destroying the very culture of education and wants to replace it with RSS‘s casteist & communal policies.
#Jayant4JNUSUPresident— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) September 13, 2018
We are fighting for equality, democracy, social justice & secularism. Chatra RJD candidate @jayantjigyasu will certainly live up to the expectations of JNU students.#Jayant4JNUSUPresident https://t.co/zFzsIgtNoq
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) September 13, 2018
छात्र राजद JNU में पहली बार छात्रसंघ का चुनाव लड़ रहा है। जिस तरह जेएनयू जैसे संस्थानों पर आज ब्राम्हणवादी-मनुवादी संघ-भाजपा सरकार द्वारा हमले हो रहे हैं, अभिव्यक्ति की आज़ादी व प्रतिरोध का स्वर दबाया जा रहा है, उसके ख़िलाफ़ हमारा छात्र संगठन संघर्ष करेगा। #Jayant4JNUSUPresident pic.twitter.com/ZfPrIcoxyL
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) September 13, 2018
All the Very Best.. https://t.co/km2Wv1UaUV
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 13, 2018
JNU छात्रसंघ चुनाव में छात्र राजद की ओर से प्रेसिडेंट पद का उम्मीदवार @jayantjigyasu को शुभकामनाएँ। https://t.co/eAgxt3hygL
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) September 13, 2018
In order 2 strengthen d forces of Social Justice, Freedom& Equality we need to go back to #FrenchMay1968 and make sure that 'our ears don't have walls'.This is not just another election as it is literally on the eve of #2019Elections #Jayant4JNUSUPresident
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) September 13, 2018
We appeal to the JNU student community on behalf of Chhatra RJD to save democracy, constitution & social harmony and stand with us in solidarity to fight for the destruction of feudal forces and defeat the poisonous ideology of RSS and its fascist agenda. #Jayant4JNUSUPresident
— Sanjay Yadav (@sanjuydv) September 13, 2018
Good luck & best wishes to @RJDforIndia & their candidate @jayantjigyasu on their debut in JNUSU .
Speaks volumes about the vision & foresight of @yadavtejashwi . https://t.co/x3woUEnr5h— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) September 13, 2018