Kanhaiya Kumar Income: सीपीआई के टिकट पर बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व नेता कन्हैया कुमार ने एफिडेविट में खुद को बेरोजगार बताया है. उन्होंने अपनी सालाना आय 8.5 लाख रुपये बताई है. उनके पास कोई कृषि भूमि नहीं है और बैंक में सेविंग्स 3,57,848 रुपये है.
पटना. जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व नेता कन्हैया कुमार की सालाना आय 8.5 लाख रुपये है. अपने नामांकन हलफनामे में कन्हैया कुमार ने कहा कि ‘बिहार टू तिहाड़’ नाम की उनकी किताब से कमाई हो रही है और वह बेरोजगार हैं. कन्हैया लोकसभा चुनाव में लेफ्ट के टिकट पर बेगूसराय से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को उतारा है.
वहीं लालू यादव के राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने तनवीर हसन को टिकट दिया है. सीपीआई की ओर से कन्हैया पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं और वह यहीं से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता बेगूसराय में किसान हैं और मां आंगनवाड़ी में काम करती हैं. पूर्व छात्रसंघ नेता ने खुद को बेरोजगार बताते हुए कहा कि वह रोजी-रोटी के लिए फ्रीलांस लेखन का काम करते हैं.
कन्हैया कुमार उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन पर देशद्रोह का आरोप लगा था. एफिडेविट के मुताबिक उनके पास 24000 रुपये कैश और बैंक में कुल सेविंग्स 3,57,848 रुपये है. उनके पास कोई कृषि भूमि नहीं है. उनके एफिडेविट में एक अचल संपत्ति का जिक्र है, जो उनका पैतृक घर है. यह बिहार के बेगूसराय है, जिसकी कुल कीमत 2 लाख रुपये है.
कन्हैया ने 9 अप्रैल को अपना नामांकन भरा था. इस दौरान बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, मानवाधिकार कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी, सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजन और जेएनयू छात्रनेता शेहला राशिद उनके समर्थन के लिए मौजूद थे. घर से जाने से पहले कन्हैया ने सोशल मीडिया पर कुछ फोटो शेयर की, जिसमें वह अपनी मां का आशीर्वाद लेते नजर आ रहे हैं. उनके साथ बदायूं जिले की रहने वाली फातिमा नफीस खड़ी हैं, जिनका बेटा नजीब अहमद दो साल पहले लापता हो गया था.
कलेक्ट्रेट दफ्तर जाते वक्त कुमार ने हिंदी के नामी कवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर माला चढ़ाई. नामांकन भरने के बाद उन्होंने रैली की, जिसमें लेके रहेंगे आजादी के नारे लगे. 17वीं लोकसभा के गठन के लिए 11 अप्रैल से 19 मई तक 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे. नतीजों का ऐलान 23 मई को किया जाएगा.