नई दिल्ली: हिमाचल के मंडी से बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत लगातार विवादों में घिरी हुई हैं. किसान आंदोलन पर दिए उनके बयान को लेकर विपक्ष हमलावर है. बीते दिनों बीजेपी ने उन्हें नोटिस जारी कर ऐसी बयानबाजी से बचने के लिए कहा था. लेकिन इस नोटिस का कंगना पर कोई असर नहीं दिख […]
नई दिल्ली: हिमाचल के मंडी से बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत लगातार विवादों में घिरी हुई हैं. किसान आंदोलन पर दिए उनके बयान को लेकर विपक्ष हमलावर है. बीते दिनों बीजेपी ने उन्हें नोटिस जारी कर ऐसी बयानबाजी से बचने के लिए कहा था. लेकिन इस नोटिस का कंगना पर कोई असर नहीं दिख रहा है. बीजेपी सांसद ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में जाति जनगणना के खिलाफ बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जाति जनगणना नहीं होनी चाहिए.
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कंगना को हिदायत दी थी कि वे ऐसे मुद्दों पर आगे कोई बयान न दें. इसके साथ ही बीजेपी ने कंगना को कहा कि वे सबका साथ, सबा विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांतों पर चलें. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंगना अगर ऐसे बयान देना बंद नहीं करती हैं तो पार्टी उनके ऊपर एक्शन भी ले सकती है. मालूम हो कि कंगना हमेशा से विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बोलती आई हैं. उनके बयानों पर अक्सर हंगामा खड़ा होता है और वे विपक्षी दलों के निशाने पर आ जाती हैं.
बता दें कि इससे पहले कंगना रनौत ने एक समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. किसान आंदोलन के दौरान रेप और हत्याएं हो रही थीं. अगर हमारी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कमजोर रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश जैसा बना दिया जाता. वो तो भला हो सरकार ने किसान बिल को वापस ले लिया नहीं तो ये उपद्रवी कुछ भी कर सकते थे.
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