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काबुल गुरूद्वारा हमला: विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- कायरतापूर्ण हमले की सबको करनी चाहिए कड़े शब्दों में निंदा

काबुल गुरूद्वारा हमला: नई दिल्ली। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक गुरुद्वारे में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान सामने आया है। विदेश मंत्री ने कहा है कि गुरुद्वारा कार्ते परवान पर हुए कायरतापूर्ण हमले की सभी को कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए। हमले […]

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काबुल गुरूद्वारा हमला: विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले- कायरतापूर्ण हमले की सबको करनी चाहिए कड़े शब्दों में निंदा
  • June 18, 2022 12:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

काबुल गुरूद्वारा हमला:

नई दिल्ली। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक गुरुद्वारे में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान सामने आया है। विदेश मंत्री ने कहा है कि गुरुद्वारा कार्ते परवान पर हुए कायरतापूर्ण हमले की सभी को कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए। हमले की खबर मिलने के बाद से हम घटनाक्रम पर करीब से नज़र रख रहे हैं। हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण चिंता समुदाय के कल्याण के लिए है। बता दें कि आज सुबह काबुल में एक गुरूद्वारे में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जिसमें एक सुरक्षाकर्मी की मौत भी हो गई है। वहीं भारी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इसके अलावा 7 से 8 लोग अब भी गुरुद्वारे में फंसे हुए हैं। यह गोलीबारी काबुल के कार्त-ए-परवान गुरुद्वारे में हुई हैं, फिलहाल, सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और फंसे हुए आतंकियों से मुठभेड़ जारी है।

दी गई थी हमले की चेतावनी

भाजपा से निलंबित नेता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के बाद इस तरह के हमले की चेतावनी दी गई थी। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़े इस्लामिक स्टेट्स खुरासान प्रांत की मीडिया विंग ने एक वीडियो जारी कर हमले की धमकी दी गई थी, वीडियो में कहा गया था कि 2020 के गुरुद्वारा हमले को दोहराया जाएगा।

2020 गुरुद्वारा हमले में मारे गए थे 27 सिख

अगस्त 2021 में तालिबान की ओर से काबुल पर नियंत्रण करने के बाद से सिख समुदाय पर लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। भारत ने कार्त-ए-परवान सिखों को निकालने के लिए समर्थन की पेशकश की थी और वर्तमान में स्थिति पर बारीकी से निगरानी रखी जा रही है। गौरतलब है, मार्च 2020 में काबुल के शॉर्ट बाजार इलाके में श्री गुरु हर राय साहिब गुरुद्वारे में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के घातक हमले में 27 सिख मारे गए थे, जबकि कई घायल हो गए थे।

समुदाय के नेताओं का अनुमान है कि तालिबान शासित देश में सिर्फ 140 सिख रह गए हैं, जिनमें से ज्यादातर पूर्वी शहर जलालाबाद और राजधानी काबुल में हैं, इसी कड़ी में काबुल में आतंकी हमले किए जा रहे हैं। बीते तीन-चार महीने में काबुल में कई धमाके हुए हैं, जिसके पीछे आतंकी संगठनों का हाथ था।

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