जेपीसी इस बिल पर सभी सियासी दलों के प्रतिनिधियों के साथ गहन चर्चा करेगी। बताया जा रहा है कि वन नेशन-वन इलेक्शन बिल पर होने वाली चर्चा में सभी राज्यों की विधानसभा के स्पीकर और देशभर के बुद्धिजीवियों को बुलाया जाएगा।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने वन नेशन-वन इलेक्शन बिल के लिए जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) का गठन हो चुका है। इसमें कुल 31 सदस्य हैं, जिनमें लोकसभा से 21 और राज्यसभा से 10 सांसद शामिल हैं।
वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर बनी जेपीसी में कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी, मनीष तिवारी और सुखदेव भगत सिंह को शामिल किया है। वहीं, बीजेपी की ओर से बांसुरी स्वराज, अनुराग सिंह ठाकुर और संबित पात्रा समेत 10 सांसद हैं। इसके अलावा टीएमसी से कल्याण बनर्जी का नाम शामिल हैं।
अन्य दलों की बात करें तो समाजवादी पार्टी, डीएमके, टीडीपी, एनसीपी (शरद पवार), जनसेना, आरएलडी और शिवसेना (शिंदे गुट) से एक-एक सांसद इस कमेटी में शामिल हैं।
जेपीसी इस बिल पर सभी सियासी दलों के प्रतिनिधियों के साथ गहन चर्चा करेगी। बताया जा रहा है कि वन नेशन-वन इलेक्शन बिल पर होने वाली चर्चा में सभी राज्यों की विधानसभा के स्पीकर और देशभर के बुद्धिजीवियों को बुलाया जाएगा। इसके साथ ही आम लोगों की भी इस बिल पर राय ली जाएगी।
गौरतलब है कि विपक्षी दल वन नेशन वन इलेक्शन का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि बीजेपी वन नेशन वन इलेक्शन के जरिए देश में ‘एक पार्टी राज’ स्थापित करना चाहती है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत कई बड़े विपक्ष दल वन नेशन वन इलेक्शन के खिलाफ हैं।