गांधीनगर। देश के भीतर लोकसभा चुनाव हों या फिर विधानसभा चुनाव मुद्दों के अलावा भाजपा का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है राष्ट्रवाद, इस शब्द के चलते भाजपा ने केन्द्र समेत अधिकांश राज्यों की सत्ता को काबिज करने में सफलता प्राप्त की। आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल […]
गांधीनगर। देश के भीतर लोकसभा चुनाव हों या फिर विधानसभा चुनाव मुद्दों के अलावा भाजपा का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है राष्ट्रवाद, इस शब्द के चलते भाजपा ने केन्द्र समेत अधिकांश राज्यों की सत्ता को काबिज करने में सफलता प्राप्त की। आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी एवं समाजसेवी मेधा पाटकर पर निशाना साधते हुए उन्हे गुजरात विरोधी कह दिया है।
गुजरात विधानसभा चुनावों के चलते बुधवार में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सूरत में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है, इतना ही नहीं भारत जोड़ो यात्रा राहुल के साथ कदम ताल कर रहीं समाजसेवी मेधा पाटकर को भी निशाने पर लेते हुए जेपी नड्डा ने दोनों को विकास विरोधी बताते हुए कहा है कि, यह लोग गुजरात विरोधी हैं।
हम आपको बता दें कि, इस दौरान सभी राजनीतिक दलों के अहम नेता पक्ष एवं विपक्ष पर जमकर निशाना साधते हुए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने से नहीं कतरा रहे हैं। इसी तरह आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी भाजपा के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था।
देश के भीतर किसी भी नागरिक को देश विरोधी राज्य विरोधी कहने का चलन आम हो चुका है जबकि यह शब्द अपने आप में ही संविधान विरोधी हैं। हम आपको बता दें कि, जब तक न्यायालय द्वारा किसी भी नागरिक को किसी दोष से युक्त करार न दे दिया जाए तब तक आप उस को किसी भी सार्वजनिक मंच से दोषी नहीं कह सकते हैं।
मेधा पाटकर महाराष्ट्र में जन्मी 67 वर्षिय समाज सेवी हैं मुख्य रूप से यह मजदूरों, दलितों एवं किसानों से सम्बन्धित मुद्दों को उठाती रहीं हैं। मेधा पाटकर नर्मदा बचाव आंदोलन से भी जुड़ी रहीं हैं साथ ही वह नेशनल एलाइंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट का भी हिस्सा हैं।
मेधा पाटकर कुछ दिन पहले राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी कदमताल करती हुई दिखीं थी, जेपी नड्डा ने मुख्य रूप से मेधा पाटकर को विकास विरोधी कहकर पुकारा था। राहुल गांधी के साथ खड़े होने पर नड्डा ने दोनों को विकास विरोधी यानि कि, गुजरात विरोधी कहकर पुकारा, जेपी नड्डा के अनुसार विकास का अर्ध गुजरात से है।