Jamal Khashoggi Last Oped in The Washington post: द वॉशिंगटन पोस्ट ने सऊदी अरब में लापता हुए पत्रकार व लेखक जमाल खशोगी का आखिरी कॉलम प्रकाशित किया

Jamal Khashoggi Last Oped in The Washington post: अमेरिका के जाने-माने अखबार 'द वॉशिंगटन पोस्ट' के वरिष्ठ पत्रकार और लेखक जमाल खशोगी पिछले दो हफ्तों से लापता हैं. सऊदी अरब में उनकी बेरहमी से हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है. इस बीच वॉशिंगटन पोस्ट ने अखबार में खशोगी द्वारा लिखा गया आखिरी कॉलम प्रकाशित किया है.

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Jamal Khashoggi Last Oped in The Washington post: द वॉशिंगटन पोस्ट ने सऊदी अरब में लापता हुए पत्रकार व लेखक जमाल खशोगी का आखिरी कॉलम प्रकाशित किया

Aanchal Pandey

  • October 19, 2018 12:44 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

वॉशिंगटन/नई दिल्लीः Jamal Khashoggi Last Oped in The Washington post: अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ के वरिष्ठ पत्रकार और लेखक जमाल खशोगी को लापता हुए दो हफ्तों से ज्यादा का समय होने जा रहा है लेकिन अभी तक उनका कुछ पता नहीं चल सका है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते 2 अक्तूबर को आधिकारिक दस्तावेजों के लिए सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास गए खशोगी की बेरहमी से हत्या कर दी गई है. हालांकि इन खबरों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. इस बीच अखबार ने उनका अंतिम कॉलम प्रकाशित किया. इस कॉलम में खशोगी ने अरब जगत में स्वतंत्र पत्रकारिता के महत्व पर चर्चा की है. इसे जमाल खशोगी का आखिरी लेख माना जा रहा है.

‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ द्वारा प्रकाशित किए जमाल खशोगी के लेख में लिखा है, ‘अरब दुनिया एक प्रकार से अपने ही द्वारा निर्मित एक लोहे की दीवार का सामना कर रहा है जो किसी बाहरी ने नहीं बल्कि सत्ता की चाहत रखने वाली आंतरिक ताकतों ने ही बनाई है. अरब जगत को पुराने अंतरराष्ट्रीय मीडिया के नए संस्करण की जरूरत है ताकि यहां के नागरिकों को वैश्विक घटनाक्रमों की जानकारी मिल सके. हमें अरब जगत की उठती आवाजों को एक मंच मुहैया कराने की जरूरत है.’

लेख में आगे लिखा है, ‘ऐसा न होने के नतीजतन इन देशों में रहने वाले अरब नागरिकों को या तो अनौपचारिक या गलत खबरें मिल रही हैं. वह वैश्विक मुद्दों पर पर्याप्त रूप से संबोधित करने में असमर्थ हैं. वह लोग सार्वजनिक रूप से चर्चा बहुत कम करते हैं, जो एक विशेष क्षेत्र को प्रभावित करते हैं, साथ ही इससे उनका जीवन भी प्रभावित हो रहा है. एक जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा झूठी कहानियों का शिकार हो रहा है. अफसोस की बात यह है कि मौजूदा हालातों में इस स्थिति के बदलने की संभावना नहीं है.’

गौरतलब है कि तुर्की के सरकार समर्थित एक अखबार येनी सफाक ने जमाल खशोगी के लापता होने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया. अखबार का दावा है कि सऊदी अरब के इस्तांबुल स्थित दूतावास में जमाल खशोगी की बेरहमी से हत्या कर दी गई और उनकी लाश के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए. अखबार का दावा है कि खशोगी अपनी तुर्क प्रेमिका से शादी करने वाले थे. इसी सिलसिले में वह 2 अक्तूबर को आधिकारिक दस्तावेजों के लिए दूतावास गए थे. दूतावास के अंदर पहुंचते ही उन्हें बंधक बना लिया गया था. हत्या से पहले उनकी उंगलियों को काट दिया गया. फिर उनके यातनाएं देते हुए उनकी हत्या कर दी गई. इस मामले में ऑडियो टेप के हवाले से भी तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि खशोगी ने एप्पल वॉच पहनी थी और दूतावास में जाने से पहले उसकी रिकॉर्डिंग ऑन कर दी थी. दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मामले में विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से रिपोर्ट मांगी है.

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