देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में हालात ज्यादा गंभीर होते जा रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि शहर में स्थित शंकराचार्य मठ में भी कई जगहों पर दरारें आ गई हैं। इससे मठ को खतरा पैदा हो गया है। बताया जा रहा है कि इस मठ के परिसर में कुछ […]
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में हालात ज्यादा गंभीर होते जा रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि शहर में स्थित शंकराचार्य मठ में भी कई जगहों पर दरारें आ गई हैं। इससे मठ को खतरा पैदा हो गया है। बताया जा रहा है कि इस मठ के परिसर में कुछ दिनों से दरारें आनी शुरू हो गई थी। मठस्थली में बना शिव मंदिर करीब पांच इंच धंस गया है। वहीं मंदिर में स्थापित शिवलिंग में भी दरारें आ गई हैं।
मंदिर के पुजारी वशिष्ठ ब्रह्मचारी ने बताया कि करीब एक साल से मंदिर परिसर में दरारें आ रही थीं। उस दौरान उन्हें ये सामान्य दरार लगी थी और उन्होंने इसमे सीमेंट भरवा दिया था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से हालात ज्यादा बिगड़ गए हैं और ये दरारें सीमेंट से भी नहीं रूक रहीं हैं। उन्होंने बताया कि अब ये दरारें भयावाह रूप लेती जा रही हैं।
बता दें कि जोशीमठ समेत दूसरे इलाकों में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में इंडियन आर्मी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। गढ़वाल के कमिश्नर सुशील कुमार सिंह ने बताया है कि प्रशासन लगातार सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संपर्क में है।
जोशीमठ में पैदा संकट को लेकर प्रशासन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से मदद मांगी गई है। इसरो जोशीमठ की सैटेलाइट तस्वीर लेगा। इसके साथ ही पिछले चार महीनों की तस्वीरों के जरिए ये समझा जाएगा कि आखिर ऐसे हालात क्यों बन रहे हैं? बताया जा रहा है कि दो-तीन दिनों में इसरो की ओर से ये तस्वीरें सामने आ सकती हैं।
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