पटना: दिल्ली व बिहार पुलिस की स्पेशल सेल ने जॉइंट ऑपरेशन के तहत बिहार के एक मोस्ट वॉन्टेड अपराधी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। शातिर अपराधी आजाद अली के खिलाफ बिहार में हत्या, अपहरण, डकैती और रंगदारी मांगने जैसे गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने दी मामले की जानकारी […]
पटना: दिल्ली व बिहार पुलिस की स्पेशल सेल ने जॉइंट ऑपरेशन के तहत बिहार के एक मोस्ट वॉन्टेड अपराधी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। शातिर अपराधी आजाद अली के खिलाफ बिहार में हत्या, अपहरण, डकैती और रंगदारी मांगने जैसे गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी की पहचान बिहार के सीवान जिले के निवासी आजाद अली (43) के रूप में हुई है। दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली थी कि बिहार में विधान परिषद चुनाव के दौरान सनसनीखेज गोलीबारी के सिलसिले में वांटेड गैंगस्टर दिल्ली-NCR में छिपा बैठा है।
स्पेशल सेल की DCP जसमीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि अपराधी आजाद अली राजघाट के पास स्थित एक जगह पर अपने एक साथी से मुलाकात करने आएगा। जिसके बाद उसे पकड़ने के लिए एक जॉइंट टीम तैनात की गई और रात तकरीबन 11:15 बजे के दौरान आजाद अली को वंहा पर देखा गया। पुलिस ने बताया कि मामूली हाथापाई के बाद उसे काबू कर लिया गया।
पुलिस ने आगे बताया कि अपराधी आजाद अली के पास से एक पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए गए हैं। अली चार अप्रैल को बिहार के सीवान में हुई गोलीबारी के सिलसिले में वॉन्टेड अपराधी था।
पुलिस के मुताबिक, आजाद अली ने आफताब आलम, ओसामा (स्वर्गीय शहाबुद्दीन के पुत्र) और सात-आठ अन्य लोगों के साथ मिलकर मोहम्मद रहीस खान की कारों के काफिले पर Ak -47 राइफल से अंधाधुंध फायरिंग की थी. अपराधियों ने वारदात को उस वक्त अंजाम दिया था जब वे लोग मतदान के बाद अपने गांव लौट रहे थे। पुलिस ने बताया कि इस हिंसा में पांच लोगों को कई गोलियां लगी थीं और उनमें से एक व्यक्ति विनोद यादव की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
बता दें, गिरफ्तार गैंगस्टर आजाद अली बिहार में दो हत्याओं व हत्या के प्रयास सहित डकैती, हथियार कानून, फिरौती के लिए अपहरण, मारपीट, चोट पहुंचाने तथा डराने-धमकाने के कई मामलों में शामिल रह चुका है।