जयपुर। 8 दिसंबर को हुए जोधपुर के भूंगरा गांव में सिलेंडर ब्लास्ट के बाद विपक्षी दल लगातार सत्तारूढ़ दल कांग्रेस को घेर रहा था कि, सीएम गहलोत नें मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए भूंगरा गांव का दौरान नहीं किया है, वहीं दूसरी ओर गहलोत के चिर प्रतिद्वंदी सचिन पायलट नें भूंगरा गांव का […]
जयपुर। 8 दिसंबर को हुए जोधपुर के भूंगरा गांव में सिलेंडर ब्लास्ट के बाद विपक्षी दल लगातार सत्तारूढ़ दल कांग्रेस को घेर रहा था कि, सीएम गहलोत नें मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए भूंगरा गांव का दौरान नहीं किया है, वहीं दूसरी ओर गहलोत के चिर प्रतिद्वंदी सचिन पायलट नें भूंगरा गांव का दौरा करके विपक्ष के मुंह में ताला लगा दिया हैं।
बता दें कि, इस दौरान मुख्यमंत्री सहायता कोष की राशि को 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर मृतकों पर आश्रित लोगों को संविदा पर रोजगार मुहैया कराने का वादा भी राज्य सरकार के निर्देश पर जारी कर दिया गया है।
बता दें कि, 8 दिसंबर को राजस्थान के जोधपुर में स्थित भूंगरा गांव में एक शादी समारोह के दौरान गैस लीक हो जाने से एक बड़ा हादसा हो गया है। इस हादसे में अब तक 35 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है वहीं 15 लोगों का इलाज भी चल रहा है। हादसे के बाद मदद को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठ गए थे और शवों को भी उठाने से मना कर दिया था।
पीड़ित सरकार से मुआवजा बढ़ाने को लेकर इस धरने पर बैठे थे। उनकी मांग है कि, सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी दी जाए। वहीं घायलों के लिए 25 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। इस मांग को लेकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी दिया गया है।
हादसे के बाद सीएम गहलोत के गांव ने पहुंने को लेकर लगातार विपक्ष उनपर निशाना साध रहा था। लेकिन सचिन पायलट ने जोधपुर का दौरा कर सभी के मुंह पर ताला लगा दिया है। घायल और मृतकों के परिजनों से मिलकर पायलट ने उन्हे सांत्वना के साथ-साथ हर संभव मदद मुहैया करवाने का आश्वासन दिया है। सचिन पायलट की मुलाकात के तुरंत बाद ही राज्य सरकार की ओर मुआवजे की राशि बढ़ाने का ऐलान भी कर दिया गया है।