नई दिल्ली। देश की सबसे प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बीते दिनों नए नियम लागू कर विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन और राष्ट्र-विरोधी नारेबाजी पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था। इसके तहत प्रदर्शन करने पर 20 हजार रुपये, वहीं राष्ट्र-विरोधी नारेबाजी में संलिप्त पाये जाने पर 10 हजार रुपये का […]
नई दिल्ली। देश की सबसे प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बीते दिनों नए नियम लागू कर विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन और राष्ट्र-विरोधी नारेबाजी पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था। इसके तहत प्रदर्शन करने पर 20 हजार रुपये, वहीं राष्ट्र-विरोधी नारेबाजी में संलिप्त पाये जाने पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाए जाने की बात कही गई है। जेएनयू प्रशासन के इस फरमान के बाद यहां के छात्रों एवं छात्र समूहों में आक्रोश की भावना है और वे लगातार इसको वापस लेने की मांग कर इस आदेश पर विरोध जता रहे हैं।
इसी कड़ी में जेएनयू के छात्रों ने प्रॉक्टर कार्यालय की तरफ से जारी की गई इस नई नियमावली के विरोध में मशाल जुलूस निकाला। जुलूस के माध्यम से छात्रों ने अपना विरोध प्रदर्शित किया और जेएनयूएसयू चुनाव जल्द कराने की मांग भी की। इस मशाल जुलूस के लिए करीब 150 छात्र विश्वविद्यालय के गंगा ढाबा पर एकत्र हुए और हाथों में जलती मशालों के साथ चंद्रभागा छात्रावास तक मार्च किया। इस दौरान छात्रों ने नई नियमावली वापस लो, तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे भी लगाए।
बता दें कि, जेएनयूएसयू आइसा, एसएफआइ, एनएसयूआइ, डीएसएफ समेत लगभग 14 छात्र संगठनों ने छात्रावास अध्यक्षों के साथ मशाल जुलूस निकाल कर मुख्य प्रॉक्टर कार्यालय नियमावली के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें कदाचार और अनुशासनहीनता की विभिन्न श्रेणियों की रूपरेखा दी गई है और परिसर में विरोध प्रदर्शन करने पर 20 हजार रुपये और राष्ट्रविरोधी नारेबाजी पर 10 हजार तक का जुर्माना लगाने की बात कही गई है।