श्रीनगर: बीते दिन यानी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला हुआ। खबर के मुताबिक, हमले में पांच जवान शहीद हो गए।आतंकवादी संगठन People’s Anti Fascist Front (PAFF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। PAFF का कनेक्शन जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से बताया जाता है। इस संगठन की चर्चा पहली बार […]
श्रीनगर: बीते दिन यानी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला हुआ। खबर के मुताबिक, हमले में पांच जवान शहीद हो गए।आतंकवादी संगठन People’s Anti Fascist Front (PAFF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। PAFF का कनेक्शन जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से बताया जाता है। इस संगठन की चर्चा पहली बार तब हुई थी जब 2019 में जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को हटाया गया था।
रिपोर्टस की मानें तो, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और पाकिस्तानी नेता मसूद अजहर फासीवाद PAFF का संस्थापक है। इस संगठन में POK और कश्मीर में ऑपरेशन की जिम्मेदारी मुफ्ती अजगर कश्मीरी को सौंपी गई है। मसूद अजहर के दूसरे भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ अजहर संगठन से जुड़े सभी ऑपरेशन का प्रमुख हैं। वहीं, मोहम्मद हसन प्रवक्ता हैं और भाई मौलाना तल्हा सैफ प्रॉपेगेशन विंग का प्रमुख हैं। यह संगठन 2019 में तेजी से चर्चा में आया और फिर एक के बाद एक आतंकी हमलों को अंजाम देने लगा।
कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद से संगठन कई मौकों पर सरकार और सेना को धमकी दे चुका है। 2020 में, PAFF ने कश्मीर में इज़राइल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस की स्थापना का विरोध करने की धमकी देने वाला एक वीडियो जारी किया। जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी-20 की बैठक से बौखलाए PAFF ने भी इसे लेकर चेतावनी जारी की है। इसी तरह इस संगठन ने सरकार और सेना के खिलाफ कई बार चेतावनियां भी जारी की हैं।
PAFF की तरफ से भारतीय सेना पर किया गया यह पहला हमला नहीं है। यह संगठन जून 2021 में बीजेपी नेता राकेश पंडित की हत्या कराने में कामयाब रहा। इसके बाद ही इसे सरकार के निशाने पर लिया गया। संगठन ने सेना पर एक के बाद एक हमले किए। 11 अगस्त 2021 को राजौरी जिले में सेना पर हमला हुआ। बाद में 11 अक्टूबर 2021 को पुंछ जिले में भारतीय सैनिकों पर हमला किया गया जिसमें 9 जवान शहीद हो गए। 3 अक्टूबर 2022 को संगठन के आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया के घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी। मामला तब का है जब गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर गए हुए थे।
इस साल जनवरी में गृह मंत्रालय ने PAFF पर तमाम आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने और उसमें भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया था। मंत्रालय ने संगठन को जम्मू-कश्मीर, सुरक्षा बलों और देश के लिए खतरा बताया। ताजा हमले में PAFF के सदस्यों ने सेना की एक गाड़ी पर ग्रेनेड से हमला किया। गाड़ी को तीन तरफ से गोली मारी। बताया जा रहा है कि इस आतंकी गतिविधि में संगठन के तीन आतंकी शामिल रहे हैं।