Jitendra Awhad Controversial Remark on Ram: NCP नेता जितेंद्र आव्हाड का विवादित बयान- राम मांसाहारी थे इसलिए हम भी हैं..

नई दिल्ली: एनसीपी नेता जितेन्द्र आव्हाड (Jitendra Awhad Controversial Remark on Ram) ने भगवान राम पर विवादित बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि भगवान राम मांसाहारी थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राम हमारे हैं, बहुजन के हैं. जितेंद्र ने कहा कि भगवान राम जंगल मे शिकार करके खाते थे. उन्होंने कहा कि […]

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Jitendra Awhad Controversial Remark on Ram: NCP नेता जितेंद्र आव्हाड का विवादित बयान- राम मांसाहारी थे इसलिए हम भी हैं..

Manisha Singh

  • January 3, 2024 10:15 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्ली: एनसीपी नेता जितेन्द्र आव्हाड (Jitendra Awhad Controversial Remark on Ram) ने भगवान राम पर विवादित बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि भगवान राम मांसाहारी थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राम हमारे हैं, बहुजन के हैं. जितेंद्र ने कहा कि भगवान राम जंगल मे शिकार करके खाते थे. उन्होंने कहा कि हम राम को आदर्श मानते हैं और मांसाहार करते हैं. शरद पवार गुट के नेता ने यह भी कहा कि 14 साल में जंगल रहने वाले राम कहां से शाकाहारी ढूंढ़ने जाते.

बैठक में दिया विवादित बयान

बता दें कि बुधवार (3 जनवरी) को शिरडी में शरद पवार गुट के नेताओं की एक बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक को संबोधित करते हुए जितेंद्र (Jitendra Awhad Controversial Remark on Ram) ने यह विवादित बयान दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम ज्यादा इतिहास नहीं पढ़ते हैं. शरद पवार गुट की एनसीपी के विधायक जितेन्द्र आव्हाड ने कहा कि राम का आदर्श बताकर लोगों पर शाकाहार थोपा जा रहा है.

बीजेपी पर साधा निशाना

जितेन्द्र आव्हाण ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा अब ओबीसी का पक्ष लेने लगी है लेकिन अगर किसी ने मंडल बनाम कमंडल शुरू किया तो वो बीजेपी ही थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने हमें संविधान के जरिए अधिकार दिए. इस दौरान जितेंद्र ने एनसीपी में हुई टूट को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को कहा कि 2019 में बगावत के बाद अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाना एनसीपी की सबसे बड़ी गलती थी. उन्होंने अजित पवार पर लोगों के अपमान का आरोप लगाया.

RSS को लेकर कही ये बात

एनसीपी विधायक यहीं नहीं रूके, आगे उन्होंने कहा कि गांधीजी की हत्या के बाद आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. जितेंद्र ने कहा कि गोलवरकर ने उस प्रतिबंध पर एक पत्र लिखकर सवाल किया था कि हमारा क्या संबंध है? जिसपर वल्लभभाई पटेल ने जवाब दिया था कि इतिहास हमेशा याद रखेगा और भविष्य में पढ़ा जाएगा. आगे उन्होने कहा कि गांधीजी, नेहरू और वल्लभभाई पटेल के बीच बहुत घनिष्ठ संबंध थे और उनके बीच कोई मतभेद नहीं थे.


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