Jitan Ram Manjhi on Bihar Seats: बिहार महागठबंधन में समस्या खड़ी हो गई हैं. ये परेशानी सीट के बंटवारे को लेकर खड़ी हुई है. हिंदुस्तान आवाम मोर्चा ने मांग की है कि उन्हें महागठबंधन में उतनी ही सीटें मिलें जितनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को दी जा रही हैं. हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी का कहना है कि वो किसी कीमत पर उपेंद्र कुशवाहा से कम सीट पर नहीं मानेंगे.
पटना. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को अपने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के लिए कहा कि उन्हें भी उतनी ही सीटें मिलनी चाहिए जितनी पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को महागठबंधन में दी जा रही हैं. मांझी ने अपनी पार्टी की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बयान दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में हम उन सीटों से कम पर सहमत नहीं होंगे जितनी कुशवाहा को दी गई हैं. हम किसी विशिष्ट संख्या की मांग नहीं कर रहे हैं लेकिन हमारा तर्क यह है कि हमें आरएलएसपी से कम नहीं मिलना चाहिए. बल्कि हमें और ज्यादा ही मिलना चाहिए.
उनसे पूछा गया कि यदि उनकी मांग अनसुनी हो गई तो क्या वह एनडीए में लौटने पर विचार करेंगे? इसके जवाब में मांझी ने कहा कि ये सवाल नहीं उठता है. अगर मुझे वापस जाना होता तो मैं एनडीए क्यों छोड़ता. जब मैं महागठबंधन में शामिल हुआ तो मैंने कसम खाई थी कि मैं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के हाथों को मजबूत करूंगा. मैं जल्द ही उनसे मिलने जा रहा हूं.
उनसे ये भी पूछा गया कि विपक्षी गठबंधन में उन्हें अनुकूल सीटें नहीं मिलने की स्थिति में क्या विकल्प रखे गए हैं. इस पर मांझी ने इशारों में कहा कि चुनाव नहीं लड़ना भी एक विकल्प हो सकता है. जीतन राम मांझी का कहना है, ’18 फरवरी को महागठबंधन की एक बैठक भी प्रस्तावित है. मुझे उम्मीद है कि तब तक चीजें तय हो जाएंगी. 20 फरवरी को चल रहे विधानसभा सत्र के समाप्त होने से पहले विपक्षी गठबंधन अपने सीट बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप दे सकता है.’