पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने शनिवार (30 दिसंबर) को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि ललन और विजेंद्र यादव तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मार सकते हैं. ललन सिंह के इस्तीफे कोे लेकर कहा कि आज की परिस्थिति नई नहीं है, बल्कि इसकी पटकथा 2-3 महीना पहले ही लिखी जा चुकी थी.
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि नीतीश कुमार पर एक पक्ष दवाब डाल रहे थे कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाया जाए. उन्होंने कहा कि ललन बाबू और विजेंदर यादव दोनों तेजस्वी प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के समर्थक थे. इसके साथ ही जीतन राम मांझी ने कहा कि विजय चौधरी, अशोक चौधरी और संजय झा कहीं ना कहीं एनडीए से तालमेल की बात करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि ललन सिंह ने इस्तीफा का लिफाफा पहले ही दे दिया था, लेकिन पार्टी में विद्रोह ना हो इसलिए बैठक में यह सब बातें साफ हुईं.
आगे पूर्व सीएम ने कहा कि आज के परिदृश्य में ललन बाबू 11-12 विधायक की जमात लेकर गए थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभी राजद का अपर हैंड है, क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष उनके हैं. जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मार सकते हैं. इसके पीछे का तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि यह सब राजनीतिक संभावना का खेल होता है और ऐसे में कुछ भी हो सकता है.
जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि अगर बीजेपी के लोग डिसाइड करते हैं कि नीतीश कुमार NDA में हमारे साथ रहेंगे तो हम उनका विरोध नहीं करेंगे. उन्होने कहा कि राजनीति में सब कुछ संभव है क्योंकि राजनीति, वार और प्यार में सब चलता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम नीतीश कुमार के साथ थे, तब नीतीश कुमार पार्टी पलटी मार लिए. पूर्व सीएम ने आगे कहा कि उसी वक्त हमने कसम ले लिया था कि नीतीश कुमार को नहीं छोड़ेंगे, इसलिए उनके साथ थे. नीतीश जी कहते थे कि अपनी पार्टी को जदयू में मर्ज करवा दीजिए लेकिन हमारे किसी भी साथी का इरादा नही था कि हम लोग उनकी पार्टी में मर्ज करें.
उन्होंने (Jitan Ram Manjhi) पीएम मोदी और एनडीए के नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि NDA के नेताओं, प्रधानमंत्री और अमित शाह ने तुरंत ही संवाद दिया और कहा कि आप हमारे गठबंधन में आ जाइए और हम NDA में चले गए. इसके बाद उन्होंने कहा कि आपने देखा की जिस तरह NDA गठबंधन की बैठक हुई, तो जो बैठने की व्यवस्था की गई तो प्रधानमंत्री के सामने कुर्सी दी गई. उन्होंने कहा कि भोजन में भी हर जगह वही देखने को मिला. प्रधानमंत्री की कुर्सी के काफी नजदीक मेरी कुर्सी दी गई.
पूर्व सीएम ने कहा कि हम लोग पैसे के लिए कभी लोभी नहीं रहे हैं. हम लोग मान और मर्यादा के लोभी रहे हैं और जिस प्रकार NDA में हमें मान और मर्यादा दिया जाता है तो किसी भी परिस्थिति में हम लोग नरेंद्र मोदी को छोड़ने को तैयार नहीं है. ललन बाबू अगर दिखावा के लिए रहेंगे तो जदयू में रहेंगे, नही तो उनकी हालत भी RCP सिंह जैसी होगी. जैसे RCP सिंह बाहर हुए थे वैसे ललन बाबू भी बाहर हो जाएंगे.
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